राज्यचर्चा मेराजनीति

Brij Bhushan Sharan Singh: Delhi Police की Chargesheet के बाद Brijbhushan की मुश्किलें बढ़ेंगी, BJP पर क्या होगा असर

Brij Bhushan Sharan Singh: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ,,भारतीय जनता पार्टी के,, कैसरगंज से ,,सांसद बृजभूषण शरण सिंह की (Delhi Police) मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।,, सांसद के साथ-साथ पार्टी की परेशानी भी बढ़ने वाली है।,, पहलवानों के प्रदर्शन के बाद से,, लगातार चर्चा में बने बृजभूषण की ,,परेशानी दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के ,,,बाद बढ़ती दिख रही है

दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में दायर की चार्जशीट

दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में दायर चार्जशीट में कहा है कि,, बृजभूषण के खिलाफ केस चलाया जा सकता है।,,भाजपा सांसद के खिलाफ यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ और पीछा करने जैसे अपराधों के लिए सजा भी दी जा सकती है, इस प्रकार की बात दिल्ली पुलिस की चार्जशीट कहती है।,,इंडियन एक्‍सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 13 जून की चार्जशीट में सेक्‍शन 506 (आपराधिक धमकी), 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना), 354 ए (यौन उत्पीड़न) और 354 डी (पीछा करना) लगाते हुए ,,यह भी कहा गया है कि,, बताया गया है कि एक मामले में बृजभूषण सिंह शरण सिंह की ओर से उत्पीड़न ‘लगातार जारी’ था.,,

महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी

मोदी सरकार की मंत्री ,,स्मृति ईरानी ,,ये उन चुनिदा लोगों में से है ,,जो न केवल अपना सरकार ,,बल्कि अपनी पार्टी के लिए भी ,,मुखरता से बोलती रही है ,,,लेकिन सवाल ये है की ,,जिस मुद्दे पर स्मृति ईरानी को बोलना चाहिए ,,जो उनका आधिकारिक क्षेत्र है ,,क्या अपने कभी स्मृति ईरानी को मुखरता से ,,बेकाबी से बोलते सुन है ,,महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ,,देश की बेटियों पर अपनी चुप्पी कब तोड़ेगी ,,,अब तो दिल्ली पुलिस ने भी कह दिया है ,,

बृजभूषण शरण की राजनीति पर सवाल

दोस्तों इस मामले के सामने आने के बाद,, विवाद गहरा हो गया है।,, दिल्ली पुलिस की ओर से 13 जून को दायर चार्जशीट के,, प्रमुख बिंदु सामने आए हैं।,, रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ,, 6 महिला पहलवानों ने शिकायत दर्ज कराई थी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर,, इस मामले में दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया। अब इस मामले ने ,,बृजभूषण शरण की राजनीति पर सवाल खड़ा कर दिया है।,, बृजभूषण के खिलाफ दर्ज छह केस में से दो मामले में,, धारा 354, 354ए और 354डी के तहत मामला दर्ज किया गया है। चार केस धारा 354 और 354ए के तहत दर्ज हुआ है।

15 लोगों ने बृजभूषण पर लगे आरोपों को सही बताया

छह महिला पहलवानों की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में,, 15 यौन उत्पीड़न की घटनाओं का जिक्र किया गया है। इसमें गलत तरीके से छूने के 10 मामले शामिल हैं। डराने, धमकाने और पीछा करने के मामले भी शामिल है। दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में कहा है कि ,,जांच टीम ने 108 गवाहों से बातचीत की।,, गवाहों में पहलवान, कोच, रेफरी समेत 15 लोगों ने बृजभूषण पर लगे आरोपों को सही,, करार दिया।

18 जुलाई को कोर्ट में पेश होने के लिए समन जारी

दिल्ली पुलिस ने इन आरोपों को लेकर बृजभूषण शरण सिंह से पूछताछ की ,,तो उन्होंने सभी आरोपों से इनकार कर दिया। ,,उन्होंने दावा किया कि आरोप लगाने वाली पहलवानों से वे ,,कभी मिले ही नहीं है। उनके पास इन पहलवानों के फोन नंबर भी नहीं थे।,, दिल्ली पुलिस ने अब कोर्ट से ,,भाजपा सांसद ओर गवाहों को समन भेजने की अपील की। ,,चार्जशीट में लिखा गया है कि ,,आरोपित को मुकदमे का सामना करने के लिए,, बुलाया जा सकता है।साथ ही, चार्जशीट के साथ दी गई गवाहों की सूची के आधार पर,, गवाहों को भी अपने बयानों की पुष्टि के लिए बुलाया जा सकता है।,, हालांकि, इस मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 7 जुलाई को सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह और उनके सचिव विनोद तोमर को तलब किया है।,, दोनों को 18 जुलाई को कोर्ट में पेश होने के लिए समन जारी,, कर आदेश दिया गया है।

बृजभूषण की ओर से बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया

बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और अन्य मामलों में,, केस चलाए जाने के ,,दिल्ली पुलिस चार्जशीट के बाद से लगातार ,,उनकी राजनीति पर चर्चा गरमा गई है। केस चलने की स्थिति में,, भाजपा उनसे किनारा भी कर सकती है।,, हालांकि, पिछले दिनों भाजपा नेता उनके साथ नजर आ रहे थे।,, गोंडा में मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर ,,बृजभूषण की ओर से बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया।,, इसमें उन्होंने अपनी राजनीतिक ताकत दिखाई। ,,उन पर यूपी नगर निकाय चुनाव में,, गोंडा में भाजपा को झटका भी देने का आरोप लगा है।

अगले 11 सालों तक चुनाव लड़ने योग्य नहीं रह जाएंगे

दोस्तों बृजभूषण शरण सिंह पर दर्ज केस के आधार पर ,,अगर कोर्ट की ओर से उन्हें, पांच साल की सजा सुनाई जाती है,, तो जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत ,,6 सालों के लिए चुनाव लड़ने पर भी रोक लग जाएगी।,, इस प्रकार वे अगले 11 सालों तक चुनाव लड़ने,, योग्य नहीं रह जाएंगे। इस प्रकार की तमाम चर्चा गरमाने लगी है। सोचिए दोस्तों अगर ये ही धाराएं ,,किसी आम आदमी पर लगी होती तो ,,क्या वो महीनों से ऐसे ही खुलेआम घूम रहा होता अपनी राय कमेन्ट कर जरूर दीजिएगा ।

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

Back to top button