Swati Maliwal News: सीएम अरविंद केजरीवाल केpa बिभव कुमार की जमानत याचिका पर आज कोर्ट में सुनवाई हुई जमानत याचिका पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। स्वाति मालीवाल के सामने ही बिभव कुमार (Vibhav Kumar) ने भरी अदालत में कई सवाल दागे. कहा आपको सीएम आवास पर किसने बुलाया आपको यह छूट कैसे मिली? बताया जा रहा है कि सुनवाई के दौरान कोर्ट में एक सीसीटीवी फुटेज भी चलाया गयाजिसके बाद स्वाति मालीवाल रोने लगी
Swati Maliwal पर Vibhav Kumar ने दागे सवाल
विभव कुमार के वकील ने कहा कि स्वाति मालीवाल ने सीएम हाउस के ड्राइंग रूम को जानबूझकर चुना था क्योंकि वहां पर कोई सीसीटीवी नहीं है. ताकि वह बाद में सुविधा के अनुसार आरोप लगा सके. मेरे क्लाइंट की छवि जानबूझकर खराब की जा रही है मालीवाल का आरोप है कि विभव ने उनसे कहा कि तू कैसे हमारी बात नहीं मानेगी? क्या बात? कोई बातचीत ही नहीं हुई. उन्होंने कहा कि उनकी केजरीवाल से मुलाकात ही नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि वह (विभव) आए और थप्पड़ मारने लगे. कोई ऐसा क्यों करेगा? क्या कोई सीएम के घर जैसी जगह पर ऐसी हरकत करेगा जहां इतनी सिक्योरिटी है.वकील हरी हरन ने एफआईआर में आईपीसी की धारा 308 पर भी सवाल उठाया.
इस दौरान दिल्ली पुलिस के वकील ने कहा कि आप बिना किसी उकसावे के एक महिला को पीट रहे थे. उसे घसीट रहे थे. मैं पूछता हूं कि क्या इससे मौत नहीं हो सकती थी. आप कह रहे हैं कि (मालीवाल) विभव की छवि खराब करने के इरादे से एक मकसद के तहत वहां पहुंची थीं. वह मौजूदा सांसद है. वह दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं.
पार्टी प्रमुख खुद उन्हें लेडी सिंघम कह चुके हैं. मालिवाल पर आरोप लगाया जा रहा है की बीभव की छवि खराब करने के लिए ऐसा हो रहा आखिर विभव है कौन ? एक स्थाई सरकारी कर्मचारी भी नहीं है. उन्हें पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है. इससे पता चलता है कि कितने रसूखदार हैं. खुद की पार्टी की सदस्य केजरीवाल से मिलने जा रही थी इसके लिए किसकी मंजूरी की जरूरत थी विभव की! उल्टा चोर कोतवाल को डांटे. वह एक ऐसा शख्स है जिसका ये कहने का कोई अधिकार नहीं था कि तुमने मालीवाल को आने कैसे दिया?
स्वाति मालीवाल ने कहा
इस दौरान कोर्ट के समक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि मुझे बुरी तरह मारा गया है मैंने शिकायत की. पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बोला है कि मैं बीजेपी की एजेंट हूं. जिनके घर में मुझे मारा गया वो आरोपी को लेकर कभी लखनऊ तो कभी कहीं और लेकर जा रहे हैं. इनके पास बहुत बड़ी मशीनरी है. ट्रोल्स की मशीनरी है. इन्होने पूरी मशीनरी मेरे पीछे झोंक दी है.
ये मामूली पीए नहीं है इसे जो फैसिलिटीज मिलती है वो मंत्रियों को भी नहीं मिलती. इनके पास ट्रोल्स की बड़ी मशीनरी है. पार्टी के सभी नेताओं को मेरा साथ नहीं देने की चेतावनी दी गई है ताकि मैं अपनी शिकायत वापस ले सकूं. दोस्तों इस घटना के बाद संजय सिंह ने प्रेस कॉंफरेसस कर बताया था कि स्वाति मालीवाल को सीएम हाउस में पिटा गया है और इसकी जांच होगी
मामला क्या है ?
दोस्तों दरअसल ये मामला मारपीट का है ऐसी स्थिति में कानून क्या कहता है? ऐसे मामलों में आमतौर पर थाने से जमानत मिल जाती है और अगर थाने से नहीं मिली तो अदालत में जाते ही जमानत मिल जाती है। राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने बिभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया और जवाब में बिभव ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि सीएम आवास पर पहुंच कर स्वाति ने मुख्यमंत्री के कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों के साथ बदतमीजी की।
इस आरोप पर तो पुलिस ने पता नहीं क्या कार्रवाई की लेकिन सीएम आवास में स्वाति से हुई मारपीट के मामले में बिभव गिरफ्तार कर लिए गए। जांच के लिए एसआईटी बना दी गई। पुलिस ने बिभव को पांच दिन तक हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसके बाद उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया अब आप ही बताइए एक मारपीट के मामले में पुलिस ने पांच दिन तक न्यायिक हिरासत में क्या पूछताछ की होगी? स्वाति मालीवाल का आरोप है कि बिभव ने सात-आठ थप्पड़ मारे और पेट के नीचे लात मारी। अब इस केस में पूछताछ के लिए क्या है? क्या एक एक थप्पड़ के बारे में पुलिस एक एक दिन पूछताछ कर रही होगी? क्या पुलिस ने पूछा होगा कि थप्पड़ मारना कहां से सीखा और जीवन में पहला थप्पड़ किसको मारा था?
क्या थप्पड़ मारने के पीछे कोई बड़ी गहरी साजिश पुलिस को दिख रही है जिसका आरोप स्वाति मालीवाल ने नहीं लगाया है लेकिन पुलिस उसका खुलासा करना चाहती है? यह भी सवाल है कि क्या एसआईटी इस मामले की जांच के लिए बिहार में स्थित उनके पैतृक गांव भी जाएगी? क्या उनके तमाम रिश्तेदारों से पूछताछ होगी और उनके बैंक खातों और संपत्ति की भी जांच होगी?
क्या केजरीवाल को फ़साने के लिए हो रहा षड्यन्त्र ?
ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि दिल्ली पुलिस बिभव कुमार के फोन के पीछे पड़ी है। फोन का डाटा निकालने के लिए पुलिस उनको लेकर मुंबई गई थी। पुलिस का कहना है कि उन्होंने फोन फॉर्मेट कर दिया है।अब आप ही बताएँ इस मामले फोन फॉर्मेट कर दिया तो इससे पुलिस का क्या लेना देना? क्या फोन में बिभव ने स्वाति को थप्पड़ मारने की वीडियो रिकॉर्ड की थी जो उन्होंने डिलीट कर दी है? जाहिर है कि पुलिस स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट की जांच नहीं कर रही है बल्कि मारपीट का बहाना बना कर वह बिभव कुमार से मुख्यमंत्री केजरीवाल उनकी सरकार और उनकी पार्टी के बारे में कुछ ऐसी जानकारी निकालना चाहती है जिसका कोई राजनीतिक इस्तेमाल हो सके।
उनके फोन में पुलिस मारपीट का सबूत नहीं तलाश रही है बल्कि व्हाट्सऐप मैसेज कॉल चैट्स फैसटाइम कॉल रिकॉर्ड और अन्य चीजें देखना चाहती है जिनसे किसी बड़ी चीज का पर्दाफाश हो सके। तभी ऐसा लग रहा है कि इस पूरी जांच का स्वाति मालीवाल से मारपीट के साथ बहुत मामूली संबंध है। इस बहाने केजरीवाल को घेरने वाले दूसरे सबूत तलाशे जा रहे हैं। बिभव को तोड़ने की भी कोशिश की जा रही है ताकि उनको केजरीवाल के खिलाफ इस्तेमाल किया जा सके।केजरीवाल तो शुरू से ही ये आरोप लगाते आ रहे है की उन्हे फ़साने की कोसिस की जा रही है षड्यन्त्र रचा जा रहा है खैर आपको इस मामले मे क्या लगता है अपनी राय हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ