योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए ट्रांसजेंडरों को सरकार द्वारा चलाए जा रहे वृद्धाश्रमों(old age homes) की सुविधा का लाभ उठाने की अनुमति देने का फैसला किया है। गरिमा भवन की सुविधा से उन वृद्ध और बीमार ट्रांसजेंडरों को राहत मिलेगी, जिनका कोई परिवार नहीं है। राज्य सरकार (state govt.)पहले ही समुदाय के कल्याण के लिए ‘किन्नर कल्याण बोर्ड’ की स्थापना कर चुकी है।
किन्नरों को मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश
यूपी के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण(Asim Arun) ने कहा कि सरकार समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए भी काम कर रही है। “हम समुदाय को मुख्यधारा में लाने के लिए भी काम कर रहे हैं, ताकि उनके सदस्य भी डॉक्टर, इंजीनियर आदि बन सकें.” उन्होंने बताया कि विभाग और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के बीच संपर्क के रूप में कार्य करने के लिए जल्द ही लखनऊ निदेशालय में एक संपर्क केंद्र स्थापित किया जाएगा।
समाज कल्याण मंत्री ने दी जानकारी
असीम अरुण ने कहा कि “लोग संपर्क केंद्र के माध्यम से फोन या ईमेल के जरिए हमसे संपर्क कर सकते हैं और उन्हें सभी आवश्यक जानकारी या सहायता दी जाएगी.” लाभार्थियों और सरकार के बीच उपयोगकर्ता के अनुकूल वर्चुअल इंटरफेस विकसित करने के लिए एक आईटी सेल भी स्थापित किया गया है। गरीब और ग्रामीण छात्रों के लिए ‘अभ्युदय कोचिंग योजना'(Abhyudaya Coaching Scheme)सभी जिला मुख्यालयों में चलाई जाएगी।