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Delhi Mayor Election: मेयर चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा, LG दिल्ली द्वारा 10 पार्षद मनोनीत

Delhi Mayor Election: दिल्ली नगर निगम के 12 में से सात जोन अध्यक्ष पद पर भाजपा अपने पार्षदों को जीत दिलाने की कोशिश में जुटी है।

Delhi Mayor Election: दिल्ली नगर निगम के 12 में से सात जोन अध्यक्ष पद पर भाजपा अपने पार्षदों को जीत दिलाने की कोशिश में जुटी है। दिल्ली में मौजूदा समय में निगम के 12 जोन हैं। महापौर पद के चुनाव के बाद जोन अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे। इन 12 जोन में से भाजपा लगभग सात जोन पर दावा कर रही है। मतलब 50 प्रतिशत से अधिक जोन में भाजपा अपने अध्यक्ष बनाने की कोशिश में है। निगम के चार जोन (शाहदरा दक्षिण, शाहदरा उत्तरी, केशवपुरम और नजफगढ़) में भाजपा के पास बहुमत है। इन चार जोन में भाजपा का अध्यक्ष चयनित होना तय माना जा रहा है। इसके बाद एल्डरमैन (नामांकित सदस्य) के भरोसे जीत की उम्मीद है। बता दें कि एलजी की ओर से निगम में 10 एल्डरमैन नियुक्त कर दिए हे .

दिल्ली उपराज्यपाल द्वारा चुने गए 10 मनोनीत निगम पार्षद


विनोद कुमार – गाँव दरियापुर कलां
लक्ष्मण आर्या – नरेला
मुकेश मान – अलीपुर
महेश सिंह तोमर – बुध विहार
राज कुमार भाटिया – आदर्श नगर
मोहन गोयल – मुखर्जी नगर
संजय त्यागी – बुराड़ी
राजपाल राणा – मुखमेलपुर
कमल जीत सिंह – कैलाश दिल्ली
रोहताश कुमार – तुगलकाबाद

स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन बीजेपी का ही बने

इस बार स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन, डिप्टी चेयरमैन और 18 सदस्यों का चुनाव बेहद रोचक होने वाला है। ऐसा इसलिए कि एमसीडी में सत्ताधारी और विपक्षी पार्टी के पार्षदों की संख्या में बहुत ज्यादा फर्क नहीं है। एक या दो जगहों पर क्रॉस वोटिंग से पूरा खेल पलट सकता है। Delhi Mayor Election मनोनीत एल्डरमैन पार्षदों की भूमिका भी अहम होगी और बीजेपी इसी फिराक में है। Delhi Mayor Election

12 जोन में से एक तिहाई जोन में बीजेपी पार्षदों का ही दबदबा है

बहुमत के हिसाब से एमसीडी की सत्ता भले ही आम आदमी पार्टी के हाथों में है, लेकिन निगम के 12 जोन में से एक तिहाई जोन में बीजेपी पार्षदों का ही दबदबा है। Delhi Mayor Election इसमें केशवपुरम, नजफगढ़, शाहदरा (साउथ) और शाहदरा (नॉर्थ) हैं। सेंट्रल जोन में खींचतान हो सकती है। इन वॉर्डों में बीजेपी पार्षदों की संख्या अधिक होने के चलते चारों जोन में जोन कमिटी के चेयरमैन तो बीजेपी पार्षद ही होंगे और स्टैंडिंग कमिटी में भी इन चार जोन से एक-एक मेंबर होंगे।

केशवपुरम जोन के 15 वॉर्डों में 13 में बीजेपी पार्षद

केशवपुरम जोन में कुल 15 वॉर्ड हैं, जिनमें 13 वॉर्डों में बीजेपी उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। ऐसे में इस जोन का चेयरमैन बीजेपी का ही बनना तय है। नजफगढ़ जोन में 22 वॉर्ड हैं, जिसमें से 13 बीजेपी ने जीते हैं। ऐसे में इस जोन में भी बीजेपी पार्षद का चेयरमैन बनना तय है। शाहदरा साउथ और शाहदरा नॉर्थ में भी बीजेपी पार्षदों का बहुमत है। सेंट्रल जोन में चेयरमैन बनाने के लिए आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों को मशक्कत करनी होगी। इस जोन में 25 वॉर्ड हैं, जिसमें से 13 में आप और 10 में बीजेपी के पार्षद हैं। 2 पार्षद कांग्रेस के हैं। लेकिन, इतना तो तय है कि एमसीडी की सत्ता आम आदमी पार्टी के हाथों में होने के बावजूद 12 जोन में से एक तिहाई में सत्ता बीजेपी के हाथों में ही होगी।

Delhi Mayor Election स्टैंडिंग कमिटी के गणित

स्टैंडिंग कमिटी के गणित को समझने के लिए ज्यादा मशक्कत करने की जरूरत नहीं है। Delhi Mayor Election स्टैंडिंग कमिटी में कुल 18 सदस्य होते हैं, जिसमें से 6 सदस्य तो सदन से मनोनीत होते हैं। इसमें से 4 सदस्यों को तो आम आदमी पार्टी ने मनोनीत करने के लिए उनके नामों की घोषणा भी कर दी है। 12 सदस्य जोन से चुनकर आते हैं। Delhi Mayor Election यानी प्रत्येक जोन से एक-एक सदस्य चुने जाते हैं और यह चुनाव जोनल कमिटी के चेयरमैन द्वारा होता है। जोनल कमिटी का चेयरमैन उसे नियुक्त किया जाता है, Delhi Mayor Election जिस पार्टी की जोन में बहुमत है। उलटफेर यहीं होना है। 12 जोन में से नजफगढ़, केशवपुरम, शाहदरा (नॉर्थ), शाहदरा (साउथ) जहां बीजेपी की स्पष्ट बहुमत है। यानी इन चारो जोन में बीजेपी पार्षदों की संख्या आम आदमी पार्टी के पार्षदों की तुलना में अधिक है।

चारों जोन में वॉर्ड कमिटी के चेयरमैन बीजेपी पार्षद ही होंगे

ऐसे में यह तय है कि इन चारों जोन में वॉर्ड कमिटी के चेयरमैन बीजेपी पार्षद ही होंगे और यह भी तय है कि इन चारों जोन से स्टैंडिंग कमिटी के चार मेंबर बीजेपी के होंगे। Delhi Mayor Election सेंट्रल, नरेला और सिविल लाइंस जोन में आम आदमी पार्टी व बीजेपी पार्षदों की संख्या में कोई खास अंतर नहीं है। इन जोन में सिर्फ दो या तीन पार्षद ही आम आदमी पार्टी के अधिक हैं। Delhi Mayor Election ऐसे में बीजेपी का गेम प्लान यह है कि जैसे ही एलजी द्वारा एल्डरमैन मनोनीत गए इन जोन से ही एल्डरमैन पार्षद से तो इन तीनों जोन में भी वॉर्ड कमिटी चेयरमैन बीजेपी पार्षदों का बनना तय हो जाएगा। जिससे इन तीनों वॉर्डों से स्टैंडिंग कमिटी मेंबर भी बीजेपी पार्षदों का बनना लगभग तय हो जाएगा। 12 जोन में से 7 पर तब बीजेपी का कब्जा हो जाएगा। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि बाकी 5 जोन में जोड़-तोड़ नीति अपनाई जाएगी। ऐसे में यह संभव है कि क्रॉस वोटिंग हो और पूरा खेल बिगड़ सकता है।

स्टैंडिंग कमिटी में 50 प्रतिशत मेंबर बीजेपी के

तीनों एमसीडी को मिलाकर 272 सीटें थीं। तब, प्रत्येक एमसीडी में स्टैंडिंग कमिटी मेंबर 13 प्रतिशत होते थे। यानी तीनों एमसीडी को मिलाकर 32 स्टैंडिंग कमिटी मेंबर्स थे। अब सीटों की संख्या कम होने पर 250 सीटों पर स्टैंडिंग कमिटी में 33-34 मेंबर्स होंगे। बीजेपी की सीटों के हिसाब से स्टैंडिंग कमिटी में करीब आधे मेंबर्स बीजेपी के ही होंगे। Delhi Mayor Election स्टैंडिंग कमिटी में मेंबर्स का चुनाव और चेयरमैन के चुनाव में मनोनीत निगम पार्षद भी भाग ले सकते हैं। एमसीडी के एक्ट में संशोधन के बाद ऐसे पार्षदों को मनोनीत करने का अधिकार अब केंद्र सरकार के पास है। ऐसे में इनकी संख्या करीब 27-28 हो सकती है, जो स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन और मेंबर्स के चुनाव में महत्वपूर्ण भमिका निभा सकते हैं।

स्टेंडिंग कमेटी में भी बनने जा रही टाई की स्थिति


दिल्ली नगर निगम के वर्तमान सियासी हालातों पर नजर डालें तो मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव के बाद स्टेंडिंग कमेटी में टाई की स्थिति बन सकती सदस्य होते हैं। इनमें से 6 हाउस से और 12 सदस्य 12 जोन से चुनकर आते हैं। वर्तमान गणित के मुताबिक आप और बीजेपी का 6-6 जोन पर कब्जा हो सकता है। Delhi Mayor Election अतः यहां से दोनों दलों के 6-6 सदस्य चुनकर आ सकते हैं। यही स्थिति फिलहाल नगर निगम के हाउस में बनी हुई है। हाउस से जो 6 सदस्य चुनकर आने हैं। उनमें से आप और बीजेपी के 3-3 सदस्य चुनकर आ सकते हैं। Delhi Mayor Election ऐसे में स्टेंडिंग कमेटी में दोनों दलों के 9-9 सदस्य हो सकते हैं। इस तरह से मामला फिर से टाई की स्थिति का बन सकता है। हालांकि यदि बीजेपी सेंट्रल जोन को अपनी ओर करने में कामयाब हो जाती है तो स्टेंडिंग में उसके 10 सदस्य और आप के 8 सदस्य रह जायेंगे। ऐसे में स्टेंडिंग कमेटी पर बीजेपी का कब्जा हो सकता है।


पार्टी में विवाद को टालने के लिए दिया जोन का मतदाता होने का हवाला


प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि 10 एल्डरमैन पार्षदों के लिए पार्टी के कई नेता दावेदारी कर रहे थे। इनमें से कई वरिष्ठ पूर्व निगम पार्षद भी शामिल हैं। जबकि रणनीति के मुताबिक केवल तीन जोन से ही एल्डरमैन बनाये जाने थे, अतः पार्टी नेतृत्व ने केवल संबंधित जोन से ही एल्डरमैन चुने जाने का हवाला देकर एल्डरमैन की दावेदारी करने वालों को शांत किया है।
बता दें कि इससे पूर्व आम आदमी पार्टी ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम के लिए एल्डरमैन के रूप में दो ऐसे लोगों मनोनीत कराया था जो संबंधित जोन तो दूर उस नगर निगम के क्षेत्र में भी नहीं रहते थे। आप सरकार ने अधिकारिक रूप से दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाले विकास पुरी में रहने वाले घनेंद्र भारद्वाज और द्वारका में रहने वाली शालिनी को पूर्वी दिल्ली नगर निगम के लिए एल्डरमैन मनोनीत कराया था। खास बात है कि तब पूर्वी दिल्ली नगर निगम में सत्ताधारी बीजेपी ने इन दोनों की शपथ को भी रूकवाया था, लेकिन दिल्ली नगर निगम एक्ट में ऐसा कुछ नहीं होने की वजह से दोनों एल्डरमैन पार्षदों ने शपथ भी गृहण की थी और अपना कार्यकाल भी पूरा किया था।

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