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MCD की लड़ाई सड़क पर आई, एलजी दफ्तर के बाहर AAP नेताओं की नारेबाजी, BJP ने राजघाट पर दिया धरना

MCD : दिल्ली मेयर चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और भाजपा निगम पार्षदों के बीच छिड़ी जंग अब सदन से सड़क पर आ गई है।

MCD : दिल्ली मेयर चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और भाजपा निगम पार्षदों के बीच छिड़ी जंग अब सदन से सड़क पर आ गई है। जी हाँ,, दिल्ली नगर निगम में पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति को असंवैधानिक बताते हुए ‘आप’ नेताओं ने उपराज्यपाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। MCD आम आदमी पार्टी के नेताओं ने एलजी के खिलाफ नारे लिखे प्लेकार्ड हाथों में लेकर जबर्दस्त प्रदर्शन किया। इन प्लेकार्ड पर ”एलजी साहब शर्म करो, संविधान की हत्या बंद करो” जैसे नारे लिखे हैं।

MCD सिविक सेण्टर में पार्षदों के शपथ ग्रहण शुरू होना था

आपको बता दे की सिविक सेण्टर में पार्षदों के शपथ ग्रहण शुरू होना था, MCD लेकिन प्रोटेम स्पीकर ने सबसे पहले मनोनीत सदस्यों को जैसे ही शपथ दिलानी शुरू की, आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने विरोध शुरू कर दिया। MCD इससे BJP पार्षद भी इनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई होने लगी। AAP के पार्षद प्रोटेम स्पीकर के आसन पर चढ़ गए। MCD इस दौरान कुछ पार्षद कुर्सी उठाकर पटकते देखे गए। कुछ धक्का लगने से नीचे गिर गए। इस दौरान कुछ को चोटें भी आईं। इस वजह से सदन की बैठक को महापौर और उपमहापौर का चुनाव कराए बिना ही स्थगित कर दिया गया।

उपमहापौर चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है

बता दें कि, ‘आप’ को 250 सदस्यीय एमसीडी में स्पष्ट बहुमत हासिल है। नौ पार्षदों वाली कांग्रेस ने मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। MCD हालांकि, कुछ भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि महापौर और उपमहापौर चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है, क्योंकि एमसीडी में दल-बदल कानून लागू नहीं होता और चुनाव में ‘क्रॉस-वोटिंग’ भी संभव है। MCD महापौर चुनाव गुप्त मतदान के जरिये होता है और पार्षद किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिए स्वतंत्र हैं।

15 साल से काबिज भाजपा का पत्ता साफ हो गया

दोस्तों MCD में पिछले 15 साल से काबिज भाजपा का पत्ता साफ हो गया। आम आदमी पार्टी ने यहां बहुमत से जीत दर्ज की। स्टेट इलेक्शन कमीशन के मुताबिक 250 सीटों वाले MCD में AAP को 134 सीटें मिली हैं, MCD जो बहुमत से 8 ज्यादा हैं। वहीं भाजपा के 104 और कांग्रेस के 9 उम्मीदवार जीते हैं। सदन में हुए हंगामे को लेकर आपका क्या कहना है आप हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर जरूर बताएं और बाकि खबरों के लिए देखते रहिये जनता की आवाज

एलजी साहब शर्म करो, संविधान की हत्या बंद करो

‘आप’ के नेताओं ने एलजी के खिलाफ नारे लिखे प्लेकार्ड हाथों में लेकर जबर्दस्त प्रदर्शन किया। इन प्लेकार्ड पर ”एलजी साहब शर्म करो, संविधान की हत्या बंद करो” जैसे नारे लिखे हैं। वहीं, भाजपा नेताओं ने सिर पर काली पट्टियां बांधकर प्रदर्शन किया। MCD

‘आप’ नेताओं और पार्षदों ने आरोप लगाया कि निर्वाचित पार्षदों से पहले ‘एल्डरमैन’ को शपथ दिलाने का निर्णय उन्हें मतदान का अधिकार दिलाने की भाजपा की ‘चाल’ थी। पार्टी ने पहले यह भी आरोप लगाया था कि उपराज्यपाल ने विशेषज्ञों के बजाय भाजपा के लोगों को ‘एल्डरमैन’ के रूप में नियुक्त किया है। MCD

कुर्सियां फेंकीं और धक्का-मुक्की की

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को  दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के नवनिर्वाचित सदन की शुक्रवार को हुई पहली बैठक हंगामेदार रही। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना द्वारा नियुक्त 10 ‘एल्डरमैन’ (मनोनीत पार्षद) को पहले शपथ दिलाने को लेकर ‘आप’ और भाजपा के सदस्य आपस में भिड़ गए, एक दूसरे पर कुर्सियां फेंकीं और धक्का-मुक्की की। MCD इस मारपीट में दोनों ओर के कई पार्षदों को चोटें आई थीं। इस वजह से सदन की बैठक को महापौर और उपमहापौर का चुनाव कराए बिना ही स्थगित कर दिया गया।

बता दें कि उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना द्वारा नियुक्त 10 ‘एल्डरमैन’ नियुक्त किए हैं, जिसको लेकर ‘आप’ एलजी और भाजपा के खिलाफ हमलावर बनी हुई है। MCD

एमसीडी में 250 निर्वाचित पार्षद शामिल हैं। दिल्ली में भाजपा के सात लोकसभा सदस्य और ‘आप’ के तीन राज्यसभा सदस्य तथा दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष द्वारा नामित 14 विधायक भी महापौर और उपमहापौर पद के लिए होने वाले चुनावों में हिस्सा लेंगे। स्थायी समिति के छह सदस्य भी चुने जाएंगे।

‘आप’ को 250 सदस्यीय एमसीडी में स्पष्ट बहुमत हासिल है

बता दें कि, ‘आप’ को 250 सदस्यीय एमसीडी में स्पष्ट बहुमत हासिल है। नौ पार्षदों वाली कांग्रेस ने मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। हालांकि, कुछ भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि महापौर और उपमहापौर चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है, क्योंकि एमसीडी में दल-बदल कानून लागू नहीं होता और चुनाव में ‘क्रॉस-वोटिंग’ भी संभव है। MCD महापौर चुनाव गुप्त मतदान के जरिये होता है और पार्षद किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिए स्वतंत्र हैं।

15 साल पुराने शासन का अंत कर दिया था

‘आप’ ने पिछले साल दिसंबर में हुए एमसीडी चुनाव में 134 वार्ड में जीत दर्ज कर एमसीडी में भाजपा के 15 साल पुराने शासन का अंत कर दिया था। भाजपा चुनाव में 104 वार्ड में विजयी रही थी। बाद में, मुंडका के निर्दलीय पार्षद गजेंद्र दराल भाजपा में शामिल हो गए थे। MCD

बताया जा रहा है कि महापौर चुनावों में कुल वोट 274 हैं। संख्या बल ‘आप’ के पक्ष में है, जिसके पास मुकाबले 150 वोट हैं, जबकि भाजपा के 113 मत हैं। भाजपा के महापौर और उप महापौर पद के चुनावों में जीत दर्ज करने की संभावना न के बराबर है, लेकिन वह महत्वपूर्ण स्थायी समिति के तीन पद हासिल करने की कोशिश करेगी। स्थायी समिति में 18 सदस्य होते हैं, जिनमें से 12 जोन से और छह सदन से चुने जाते हैं। 

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