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Ghosi By Election 2023: घोसी चुनाव मतगणना में ऐसा क्या हुआ जो मंत्री ‘संजय निषाद’ ने कर दी पाकिस्तान से तुलना

Ghosi By Election 2023: दोस्तों लोकतंत्र का तमाशा बनाने के दौर में नया फॉर्मूला है कि विधायक से इस्तीफा दिलाओ, अपनी तरफ लाओ। कई बार मंत्री बनाया जाता है, फिर चुनाव लड़ाया जाता है और जनता को कहा जाता है कि देखिये इसको वोट दोगे तो आपका काम हो जाएगा वरना क्षेत्र पिछड़ जाएगा। लेकिन यूपी के घोसी विधानसभा की पब्लिक ने, उपचुनाव में डबल इंजिन सरकार और इस फॉर्मूले को जबरदस्त तमाचा मारा है।

घोसी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार दारा सिंह चौहान की हार हो गई है।वो भी उस सरकार में जिसके 4 साल से ज्यादा बाकी है, वहाँ पर उप चुनाव हारना एक तरह से योगी सरकार को बड़ा झटका है और साथ ही दल बदलने वाली राजनीति को भी करारा तमाचा है।। दारा सिंह चौहान को सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने बुरी तरह हरा दिया। और यही हार बीजेपी को बर्दाश्त नहीं हुई ,इतने भोंकलगए की, आप खुद ही देख लीजिए क्या क्या, तक कह डाला

हार को लेकर के बौखलाहट

सुना आपने संजय निषाद एनडीए का हिस्सा है, बीजेपी के साथ में गठबंधन में हैं। निषाद पार्टी के प्रमुख हैं संजय निषाद, और ये कह रहे है की ,अगर एरिया पाकिस्तान वाला है तो जब बक्से खुलते हैं । ,तो लगता है कि पाकिस्तान जीत रहा है और जब एरिया हमारे लोगों का आता है । ,तो पता चलता है वो गायब हो जाते हैं। । ,कितनी लोकतंत्र की तोहीन करेगे ये लोग । । एक हार होते ही लोकतंत्र को जैसे,। सीधा पाकिस्तान में उठा करके भेज देते हैं।।

इतनी भी क्या हार को लेकर के बौखलाहट है । एक हार तो कम से कम आप को पचा लेनी चाहिए।। इतनी बौखलाहट किस बात की है? अगर कहीं पर आपकी जीत नहीं हुई तो इसका मतलब पूरा एरिया पाकिस्तान बना पड़ा है,। ,चुनाव में कोई हारता है, कोई जीतता है । इतनी बेशर्मी थोड़ी ना होनी चाहिए।। चुनाव के अंदर तो जो जनमत होता है, उसको स्वीकार करना चाहिए, उस सीट के जो उम्मीदवार ,जीतने भी वहाँ पर लोगों ने मतगणना में हिस्सा लिया है,। वोट डाले है उनको वोटरों को पाकिस्तानी घोषित कर देंगे।। ,की उन्होंने बीजेपी को वोट नहीं डाला।। आपके गठबंधन में वोट नहीं डाला तो पाकिस्तानी हैं। बीजेपी के ये हालत है, ये बौखलाहट है की एक सीट की हार भी नहीं पचा पा रहे हैं ।

कौन है दारा सिंह चौहान ?

सबसे पहले तो दलबदलू वाला फैक्टर, देख लेते है दारा सिंह चौहान को टिकट दिया। ,दारा सिंह चौहान क्यों दल बदलने में चैंपियन माने जाते हैं? आप उनका ये इतिहास देखिए । ,दारा सिंह चौहान पहले कांग्रेस में थे ,उसके बाद कांग्रेस से सपा में गए। सपा से बीएसपी में गए। बीएसपी से बीजेपी में गए ,बीजेपी से दूसरी बार सपा में गए ,और अब एक बार फिर बीजेपी में चले गए ,क्योंकि बीजेपी की सरकार आ गई ,पिछले टर्म में भी योगी सरकार में मंत्री ,दारा सिंह चौहान, लेकिन जब लगा के टिकट कट जाएगा । ,तो पार्टी बदल ली।। उसके बाद सपा में आए चुनाव जीते,। लेकिन चुकी सपा की सरकार नहीं आई तो ,उसके बाद वापस बीजेपी में चले गए,लेकिन घोसी विधानसभा की जनता ने ऐसा सबक सिखाया है की ,अब दारा सिंह चौहान का राजनीतिक करिअर ही खतरे में आ गया है। उनको लगा था कि सरकार के साथ जाएंगे।

मोदी योगी की डबल इंजिन सरकार

पब्लिक को बोलेंगे की हमें वोट दोगे,। तो आपके काम हो जाएंगे,। लेकिन पब्लिक ने भी सबक सीखा दिया। । ,लेकिन यह सबक सिर्फ दारा सिंह चौहान या बीजेपी के लिए नहीं है।। मोदी योगी की डबल इंजिन सरकार के लिए नहीं है। । ,ये समाजवादी पार्टी के लिए भी सबक है,। कि जो चुनाव के करीब आपके पास आते हैं,। उनकी बजाय अपने कार्यकर्ताओं को टिकट देना चाहिए।। चाहे वह बीजेपी हो या समाजवादी पार्टी हो।। अब आप सोच कर देखिए कि दल बदल कर जो नेता आते हैं । ,उनको टिकट दे दिया जाता है । ,और जो पार्टी के लिए मेहनत करते ,उनको नजरअंदाज कर दिया जाता है । ,में यहाँ तमाम पार्टियों की बात कर रही हु,। कोई सपा की या बीजेपी की नहीं कर रही

पार्टी में लेने की क्या जरूरत थी?

तमाम पार्टियों में ऐसा देखने को मिलता है कि,। विचारधारा से समझौता कर के जो नेता दल बदलकर आते हैं,। अक्सर उनको टिकट दे दिया जाता है । ,और दारा सिंह चौहान का ये चुनाव हारना ,ऐसे ही ऐसे नेताओं के लिए सबक है।सभी पार्टियों के लिए सबक है।। साथ ही मोदी योगी की डबल इंजिन सरकार के लिए भी सबक है,। कि लोकतंत्र का मजाक मत बनाइये।। इस तरह दल बदलवाकर ,फिर से चुनाव लड़ना और ,मुफ्त की रेवड़ियों की बहुत उदाहरण देना । पीएम मोदी तो क्या ये सब में खर्चा नहीं आता है?। क्यों दुबारा खर्चा कराया गया है? ,आखिरकार दारा सिंह चौहान को ,अपनी पार्टी में लेने की क्या जरूरत थी? कोई जबरदस्ती तो आये नहीं होंगे, आप की डील हुई होगी, ,आपकी बात हुई होगी की विधानसभा से इस्तीफा और हमारे साथ आइए,,चुनाव लड़ेंगे आपको विधायक बनाएंगे,। आपको मंत्री बनाएंगे, ,लेकिन घोसी विधानसभा की जनता ने ये सारे मंसूबों पर पानी फेर दिया। ।

अभी से ये हालात है इनकी ,सोचिये जरा ,2024 में जब, हार जीत होगी और, 2024 में अगर देश भर से सफाया हो गया ,तो कही देश का नाम पाकिस्तान ना घोषित कर दे ।। इस तरह से । ,अभी जब इनकी लड़ाई चल रही है की इंडिया,पाकिस्तान, ,ये इंडिया भारत इस नाम पर जो वो बहस छिड़ी हुई है,। तो कहीं अगर 2024 में बीजेपी पूरे देश से हार जाए।तो क्या सरकार जी पूरे देश को पाकिस्तान घोषित कर देगी ,अपनी राय कमेन्ट कर जरूर बताइएगा

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