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जानिए अमरनाथ यात्रा के लिए क्या ले जाएं और क्या न ले जाएं

दोस्तों भारत की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 1 जुलाई से शुरू हो रही है। 30 जुलाई रक्षाबंधन तक जारी रहने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल से शुरू हो चुके हैं। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए तीर्थ यात्रा काफी उत्साहित हैं। जिन यात्रियों को सफर पर निकलना है, उन्होंने तैयारियां भी शुरू कर दी होंगी। हालांकि अधिक उत्साह और हड़बड़ाहट में अक्सर लोग कुछ गलतियां भी कर देते हैं। अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए यात्रा से पहले कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जा रहे हैं तो पहले अमरनाथ यात्रा के लिए जारी गाइडलाइन को सही से पढ़ लें। इसके अलावा अमरनाथ यात्रा के लिए जरूरी सामान की एक सूची तैयार कर लें, ताकि जरूरत का सामान ले जाना भूल न जाएं। यात्रा के दौरान लंबी चढ़ाई करनी होती है। सुविधानुसार बैग में कम और बेहद जरूरी सामान ही रखें।

अमरनाथ यात्रा के लिए गाइडलाइन

सफर के लिए सामान पैक करते समय मौसम के मुताबिक बैग में कपड़े रखें। यह पता कर लें कि अमरनाथ का मौसम कैसा है और आपकी यात्रा तिथि के दौरान संभावित कैसा मौसम रहेगा। इस आधार पर बैग में पर्याप्त गर्म कपड़े रख सकते है। भारी भरकम कपड़ों के बजाए हल्के गर्म कपड़े रखें। कपड़ों में साड़ी या धोती आदि रखने से बचें, क्योंकि इन्हें पहनकर यात्रा करना असुविधाजनक हो सकता है। दस्ताने, मोजे और टोपी भी रख लें।

दोस्तों बाबा बर्फानी के दर्शन 1 जुलाई से 30 जुलाई तक किया जा सकता है। इस दौरान मानसून शुरू हो जाते हैं। बारिश की संभावना का ध्यान रखते हुए छाता, रेनकोट, वाटरप्रूफ जूते और वाटरप्रूफ बैग साथ रखें। अमरनाथ यात्रा को सबसे कठिन यात्रा माना जाता है। सफर के दौरान तबीयत खराब होने की स्थिति से बचने के लिए जरूरी दवाइयां जैसे सिरदर्द, सर्दी जुकाम और शरीर दर्द की दवा साथ ले जाएं। बैंड एड्स, आयोडेक्स और मूव आदि भी रख लें।

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए सरकार ने गाइडलाइन में उम्र सीमा तय कर दी है। यात्रा के दौरान बच्चे और बुजुर्गों की उम्र की जांच के बाद ही दर्शन की अनुमति दी जाएगी। गाइडलाइन के मुताबिक, 13 साल से कम उम्र के बच्चे अमरनाथ यात्रा में हिस्सा नहीं ले सकते हैं। वहीं 75 वर्ष या उससे अधिक आयु के बुजुर्ग भी यात्रा पर नहीं जा सकते हैं।

अमरनाथ यात्रा में इन चीजों पर पाबंदी

सरकार की गाइडलाइन में जिन चीजों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उसमें कोल्ड ड्रिंक, कुरकुरे स्नैक्स, डीप फ्राई और फास्ट फूड, जलेबी और हलवा, मिठाइयां व पूरियां, छोले-भटूरे आदि चीजों को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके अलावा पिज्जा, बर्गर, पेस्ट्री और पेटीज जैसी चीजों खाते हुए पकड़े जाने पर कार्रवाई की जा सकती है।

क्या सामान ले जा सकते हैं यात्री

अमरनाथ यात्रा पर जा रहे भक्तगण सामान में हर्बल टी, नींबू स्नैक्स, सब्जियां, कॉफी, कम वसा वाला भोजन, फल, जूस, सूप और दूध जैसे पेय पदार्थ ले जा सकते हैं। यात्रा के दौरान भक्तजनों को पोहा, उत्तपम, इडली, दाल-रोटी और चॉकलेट आदि खाने की अनुमति है। तीर्थयात्री खीर, सूखे मेवे, शहद का सेवन भी कर सकते हैं।

दरअसल, दोस्तों पिछले साल अमरनाथ यात्रा 2022 के दौरान लगभग 42 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। तीर्थयात्रियों की मौत का कारण खान-पान बताया गया। ऐसे में यात्रियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए ये प्रतिबंध लगाए गए हैं। नियम के तहत यात्रा क्षेत्र में आने वाले लंगर, फूड स्टॉल और दुकानों पर भी इन खाद्य सामग्रियों पर रोक रहेगी।

अमरनाथ यात्रा 2023 में कब शुरू होगी ?

श्री अमरनाथजी यात्रा 2023 के लिए हेलीकाप्टर बुकिंग चालू है। 62 दिनों तक चलने वाली श्री अमरनाथ जी यात्रा 1 जुलाई 2023 को शुरू होगी और 31 अगस्त 2023 को समाप्त होगी। एसएएसबी मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें।

अमरनाथ यात्रा कितने किलोमीटर है ?

तीर्थयात्री की भक्ति के आधार पर ट्रेक की लंबाई 36 से 48 किमी तक भिन्न होती है। ट्रेक में आमतौर पर 3-5 दिन लगते हैं। अमरनाथ मार्ग बालटाल ट्रेक और धीरे-धीरे ढलानों की तुलना में बहुत व्यापक है। हालांकि, लगभग पूरे मार्ग पर टट्टूओं की भीड़ लगी रहेगी।

हेलीकॉप्टर से अमरनाथ कैसे जाएं ?

नीलग्रथ वह जगह है जहां हेलीपैड स्थित है और जहां एक हेलीकॉप्टर आपको अमरनाथ गुफा तक ले जाने के लिए आपका इंतजार कर रहा होगा। मौसम की स्थिति के आधार पर, बालटाल में हेलीकॉप्टर सुबह 6:00 बजे से शाम 5:00 बजे के बीच काम करते हैं। यह हेलीकॉप्टर बालटाल से उड़ान भरेगा और आपको पंचतरणी में छोड़ेगा।

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