चुनावराजनीति

I.N.D.I.A नाम पर PM Modi के दिल की बात बाहर आई, I.N.D.I.A=इंडियन मुजाहिदीन!

Pm Modi On I.N.D.I.A : मिशन 2024 के लिए सभी पार्टियां फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं। 18 जुलाई को विपक्षी दलों ने I.N.D.I.A बनाकर पर्सेप्शन की लड़ाई में बीजेपी पर बढ़त बनाने की कोशिश की। कहा गया कि अब तो भाजपा के लिए ‘इंडिया’ की आलोचना करना भी मुश्किल होगा। कांग्रेस पुराना वीडियो भी ढूंढ लाई, जिसमें मोदी ‘Vote For India’ कहते सुने जाते हैं। कुछ दिन बीते, संसद का मॉनसून सत्र शुरू हुआ तो मणिपुर के मुद्दे पर I.N.D.I.A में शामिल पार्टियां एकजुट दिखीं। पीएम मोदी से संसद में आकर बयान देने की मांग की जा रही है। कामकाज नहीं हो पा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 को देखते हुए नया नरैटिव सामने रखा

आज भी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, टीएमसी, लेफ्ट सब एक साथ दिख रहे हैं। एक मैसेज देश में जा रहा है। उधर, I.N.D.I.A बनने के ठीक एक हफ्ते बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 को देखते हुए नया नरैटिव सामने रखा है। जी हां, उन्होंने ‘इंडिया’ नाम के पीछे खड़ी विपक्ष की सारी रणनीति को ध्वस्त करने की कोशिश की है। उन्होंने कह दिया कि आतंकी संगठनों ने भी इंडिया नाम रखा है। यह कोई छोटा बयान नहीं है। आज ही विपक्ष मोदी के बयान पर भड़क गया। पीएम ने साफ कर दिया है कि वह विपक्ष के चक्रव्यूह में घिरने वाले नहीं हैं। भाजपा अपने एजेंडे पर आगे बढ़ेगी।

हम ही I.N.D.I.A हैं -राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसका करारा जवाब दिया है। राहुल ने लिखा है- आप हमें जो चाहे जिस नाम से बुलाएं मोदी जी। हम इंडिया हैं। हम मणिपुर को ठीक करने और हर महिला और बच्चे के आंसू पोंछने में मदद करेंगे। हम उसके सभी लोगों के लिए प्यार और शांति वापस लाएंगे। हम मणिपुर में भारत के विचार का पुनर्निर्माण करेंगे।

इंडियन मुजाहिदीन, ईस्ट इंडिया कंपनी…

भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम ने यह बात कही है। दरअसल, इस समय भाजपा में रणनीतिक बैठकें चल रही हैं। पीएम आज से अलग-अलग समूहों में एनडीए के सहयोगी दलों के साथ बैठक शुरू करने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने NDA vs I.N.D.I.A की फाइट में नई लकीर खींच दी। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया, ‘संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इंडिया नाम का भी अजीब संयोग है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन नेशनल कांग्रेस तो अंग्रेजों ने बनाया था। इंडियन मुजाहिदीन की स्थापना आतंकवादियों ने की थी और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे संगठनों में भी इंडिया लगा है।’ PM ने आगे कहा कि ऐसा दिशाहीन विपक्ष उन्होंने आज तक नहीं देखा।

ममता, केजरीवाल, राहुल कैसे साथ आए

पीएम की आज की लाइन को समझने के लिए विपक्ष की रणनीति को समझना होगा। बेंगलुरु बैठक के बाद विपक्ष काफी आक्रामक दिख रहा है। कांग्रेस के साथ ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल का आना सियासत के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि इसके लिए कांग्रेस ने भी रणनीति बदली है, थोड़ी नरमी बरती है। सोनिया गांधी के बेंगलुरु होने के भी अपने मायने थे। विपक्षी खेमे में उनका राजनीतिक कद सबसे ज्यादा है। उनकी पवार, ममता, नीतीश और लालू से भी अच्छी बनती है। समझा जा रहा था कि कुछ सहयोगी दलों के लिए राहुल की जगह सोनिया के साथ डील करने में ज्यादा सुविधा होगी। इसकी वजह राहुल की कार्यशैली हो सकती है या फिर वे उन्हें जूनियर समझते हैं।

सोनिया का बड़ा रोल

मीटिंग से एक दिन पहले डिनर में सोनिया गांधी ने सारे समीकरण सेट कर दिए। सोनिया ने ममता से लंबी चर्चा की। वह उद्धव से मिलीं। येचुरी से बातें की। महबूबा मुफ्ती और सभी विपक्षी नेताओं से एक-एक कर बात की। दिलचस्प यह है कि अब तक देश में गठबंधन का नाम पहले तय होता था, बाद में उसका शॉर्ट फॉर्म सामने आता और उसका मैसेज दिया जाता। इस बार पहली बार ऐसा हुआ कि शॉर्ट नाम पर पहले मंथन हुआ। ममता बनर्जी ने बैठक में कहा था कि नाम ऐसा होना चाहिए कि एनडीए को चैलेंज किया जा सके। इस तरह I.N.D.I.A पर सहमति बनी। यह राष्ट्रीय स्तर का एलायंस बनाया गया है लेकिन इसमें सीट शेयरिंग राज्य के स्तर पर होगी। राज्य में कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जाएगी।

भाजपा के पास क्या है?

राजनीतिक घटनाक्रम को समझने वाले एक्सपर्ट कहते हैं कि बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की सबसे बड़ी समस्या नैरेटिव की रही है। सीटों के लिहाज से देखें तो इस गठबंधन की एनडीए से कोई बराबरी नहीं हो सकती है। हां, एक बात जरूर है कि विपक्ष समझता है कि बीजेपी किन मुद्दों पर 2024 का चुनाव लड़ने जा रही है।

  1. ध्रुवीकरण – इसमें मंदिर या समान नागरिक संहिता हो सकती है।
  2. सोशल इंजीनियरिंग- इसमें बीजेपी की मुहिम है जैसे- ओबीसी को आगे बढ़ा रहे, कैबिनेट में जगह दे रहे हैं। दलित और आदिवासियों को जोड़ रहे हैं।
  3. लाभार्थी यानी योजनाएं- इसमें अन्न, गैस आदि को लेकर केंद्र की योजनाएं हैं।

‘इंडिया’ गठजोड़ का जिक्र

विपक्ष को लगा कि बीजेपी इन तीन मुद्दों के इर्द-गिर्द रहेगी। ऐसे में I.N.D.I.A गठबंधन सीट शेयरिंग से ज्यादा एक कोशिश है कि पूरे देश में नेताओं का ऐसा मेट्रिक्स बनाया जाए जो बीजेपी के खिलाफ कैंपेन को ताकत दे सके। मतलब साफ है कि बीजेपी के हर दांव को काउंटर करने के लिए एक हफ्ते पहले विपक्षी दलों ने I.N.D.I.A को आगे किया। अब पीएम ने उसका तोड़ निकाला है। उन्होंने उस नैरेटिव को तोड़ने की कोशिश करते हुए आज ‘इंडिया’ गठजोड़ का जिक्र करते हुए आतंकी संगठन में इंडिया नाम सामने रख दिया।

मणिपुर पर संसद में हंगामा जारी

मणिपुर पर संसद में हंगामा जारी है। आज राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने कहा कि हम मणिपुर की बात कर रहे हैं और प्राइम मिनिस्टर ईस्ट इंडिया की बात कर रहे हैं। I.N.D.I.A का मतलब ईस्ट इंडिया बोल रहे हैं। जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कह दिया कि गृह मंत्री सदन में बताएंगे कि कांग्रेस के शासन में मणिपुर में क्या-क्या हुआ था, लोगों की मौत हुई तो उस समय पीएम कहां थे। अब समझ लीजिए कि 2024 का चुनाव नैरेटिव की चादर ओढ़ता जा रहा है।

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