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Gujarat Submarine Tourism: श्रीकृष्ण की नगरी Dwarka में शुरू होगा Submarine Tourism

Gujarat Submarine Tourism: दोस्तों भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा, वृंदावन सहित पूरे ब्रज मंडल को आपने देखा होगा लेकिन भगवान कृष्ण की ओर से बसाई गई नगरी द्वारका के बारे में अब तक केवल आपने सुना है। भगवान की बसाई यह नगरी समुद्र (Dwarka) में डूब गई। दोस्तों क्या आपने श्री कृष्ण की द्वाराका देखी है अगर नहीं तो अब आप इसे देख सकते है ???? दरअसल भगवान श्री कृष्ण की द्वारका नगरी देखने का सपना देखने वालों के लिए सरकार बड़ा तोहफा देने जा रही है

पिछले कुछ सालों में टूरिज्म सेक्टर (Submarine Tourism) में एक अलग बूम आया है. आज सिर्फ धरती नहीं बल्कि स्पेस ट्रेवल पर काम हो रहा है. और अब जल्द ही अंडरवाटर ट्रेवल भी कोई नया कॉन्सेप्ट नहीं रह जाएगा जी हां, भारत में पहली बार समुद्र में पानी के नीचे सबमरीन से पर्यटन होगा. भगवान श्रीकृष्ण की नगरी द्वारका में सबमरीन से पानी के नीचे की सृष्टि को देखने का अवसर मिलेगा.

पिछले कई महीनों से सरकार भारत में धार्मिक स्थानों के पर्यटन पर काफी जोर दे रही है. उसी कड़ी में गुजरात सरकार एक कदम और आगे बढ़ रही है. गुजरात सरकार ने हाल ही में मजगांव डॉक के साथ एक MoU किया है जिसके अनुसार भगवान श्री कृष्ण की नगरी द्वारका के समुद्री किनारे पर सबमरीन से पर्यटन शुरू किया जाएगा साल 2024 की दिवाली तक इस प्रोजेक्ट को साकार करने का लक्ष्य रखा गया है.

इसके तहत, सबमरीन में बैठकर समुद्र में 100 मीटर नीचे पर्यटकों को ले जाया जाएगा. जहां पर वं अंडरवाटर मरीन लाइफ का मजा ले पाएंगे. अभी इस प्रोजेक्ट का सिर्फ MoU साइन हुआ है गुजरात टूरिज्म के MD सौरभ पारधी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट अपने आप में अलग प्रोजेक्ट है और इससे समुद्री पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इसका मुख्य हेतु गुजरात में पर्यटन को बढ़ावा देने का है और धार्मिक स्थान पर आ रहे पर्यटकों को ज्यादा सुविधाएं देने का है

क्या है इसकी खासियत

इस स्वदेशी पनडुब्बी को केवल माझगांव डॉक द्वारा संचालित किया जाएगा. इस पनडुब्बी को समुद्र में 300 फीट तक ले जाएगा. यह रोमांचक यात्रा 2 से 2.5 घंटे की दर में पूरी होगी. लेकिन इसका किराया महंगा होगा,, लेकिन सामान्य आदमी को ध्यान में रखते हुए गुजरात सरकार इसमें सब्सिडी जैसी छूटें देने का विचार कर सकती है. यह पनडुब्बी 35 टन की वजन वाली एयर कंडीशन होगी इसमें 30 लोग बैठ सकेंगे इसमें एक मेडिकल किट भी होगी. इसमें दो लाइन में 24 यात्री बैठ सकेंगे. इसमें दो चालक, 2 डाइवर्स, एक मार्गदर्शक और एक तकनीशियन होंगे

प्रत्येक सीट पर एक विंडो व्यू होगा ताकि कोई आसानी से 300 फीट की गहराई में समुद्र की प्राकृतिक सौंदर्यग्रीहीत कर सके. संचालन एजेंसी यात्रीगण को ऑक्सीजन मास्क, फेस मास्क, और स्कूबा ड्रेस प्रदान करेगी. इनका किराया टिकट में शामिल होगा. इसमें प्राकृतिक रोशनी के लिए इंतजाम होगा. इसमें वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग जैसी सुविधाएं भी होंगी. जिससे आप सीधे स्क्रीन पर आंतरिक गतिविधियों, जानवरों आदि को देख सकते हैं और रिकॉर्ड कर सकते हैं. इस प्रोजेक्ट को साकार करने के लिए आर्कियोलॉजिकल सर्वे भी हो चुका है और प्रोजेक्ट फीजिबिलिटी रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है. अगर यह प्रोजेक्ट अपने समय में पूरा हुआ तो यह देश में ऐसा पहला प्रोजेक्ट होगा जिसमें समुद्र के नीचे सबमरीन में लोग पर्यटन का लुफ्त उठाएंगे

द्वारका को पर्यटन के मैप पर लगाने के लिए गुजरात सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुसार काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केंद्र में जाने के बाद द्वारका से जुड़ी तमाम परियोजनाओं में न सिर्फ गति आई है बल्कि देवभूमि द्वारका को द्वारका आईलैंड से जोड़ने वाले ब्रिज भी अब लगभग तैयार हो चुका है। 900 करोड़ रुपये की लागत से बना यह 2320 मीटर लंबा ब्रिज पर्यटकों को अरब सागर निहारने का मौका देगा। इसके साथ पनडुब्बी से पुरानी द्वारका के दर्शन की शुरुआत से देवभूमि द्वारका में पर्यटकों के बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। खैर ,, आपको सरकार जी ये पहल कैसी लगी हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ

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