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UP Ganga Bridge Under Construction Collapsed: BJP ने पुल के पाय गिराए चार अबकी बार 400 पार !

UP Ganga Bridge Under Construction Collapsed: घबराना नहीं दोस्तों यूपी में विकास हो रहा है । घोटाला घपला होता रहता है । चंदे का धंधा और मंदे में देश का बंदा ये तो आम बात है । इतना विकास हो रहा है इसी तरह के विकास के दम पर तो नारा लगा रहे हैं अबकी बार 400 पार और पुल के पाय गिर गए चारों मगर सीट 400 पार ये है मोदी की गारंटी काँग्रेस भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए भले ही भ्रष्टाचारियों के पाप धोय जा रहे हो मगर आज भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं।

अब तक हम सुनते थे बिहार में आज ये पुल (BJP) गिरा ये वो लेकिन अब बिहार कि तरह योगी राज में भी पुल गिरने लगे है जी हाँ, बुलंदशहर गंगा नदी पर बन रहा पुल तैयार होने से पहले ही धड़ाम हो गया भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार में 83 करोड़ स्वाहा हो गए अभी कुछ महीने पहले दिल्ली टनल भी इसी सरकार द्वारा बनाई गई मात्र दो साल में तौबा बोल गई ये कोई नॉर्मल पुल नहीं भाजपा का भ्रष्टाचार का पुल है क्योंकि एक ऐसी कंपनी इसका निर्माण कर रही जिसके पास कोई अनुभव ही नहीं है मंत्री चुनाव में व्यस्त है और अफसर भ्रष्टाचार

BJP ने गंगा में बहाया करोड़ों

बुलंदशहर में गंगा नदी पर 83 करोड़ रुपए की लागत से,, बन रहे पुल के तीन बीम शुक्रवार की रात गिर गए. यह पुल बुलंदशहर को अमरोहा से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है. पुल के बीम टूटने के मामले में अब अधिकारी दैवीय आपदा के सहारे खुद को बचाने में लगे हैं। बिजली कड़कने और मौसम खराब होने का हवाला दिया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं जब न तो आंधी-तूफान और न ही तेज बारिश हुई तो दैवीय आपदा कैसे आई। इसके अलावा, पहले ही जमीन पर कास्ट किए गए बीम को ऊपर सेट करने के बाद यदि बारिश और आंधी भी आई तो कैसे बीम इसे सहन नहीं कर सका।

पुल का निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम करा रहा है. ये यूपी सरकार के PWD विभाग का ही PSU है सेतु निगम के गाजियाबाद जोन के अंतर्गत बन रहा पुल सूत्रों के मुताबिक एडिकॉन कंपनी घटिया पुल का निर्माण करा रही अनुभव न होने के बावजूद , JMD संदीप गुप्ता ने सेटिंग कर एडिकॉन को काम दिलाया संदीप गुप्ता के पास वर्तमान में 5 चार्ज है, JMD सेतु निगम, GM गाजियाबाद, GM वाणिज्य, GM सिक्किम और ये पहली बार नहीं है संदीप गुप्ता पहले भी विवादों में रहे है लेकिन बड़ी कृपा से बचा अब संदीप गुप्ता DPM और AE को सस्पेंड कराने में जुटा है, खुद को बचाने के लिए DPM और AE का शिकार विभागीय मंत्री जितिन प्रसाद लोकसभा चुनाव में व्यस्त अफसर भ्रष्टाचार में लगे है

गनीमत रही की कोई जनहानि नहीं हुई है अगर ये दिन में हादसा हो जाता तो बड़ी घटना हो सकती थी। पिछले दो साल से पुल का निर्माण कार्य चल रहा है. बता दें कि, 2021 में बुलंदशहर और अमरोहा को जोड़ने के लिए मडैया माली और बीरामपुर के बीच ये पुल बनना शुरू हुआ था. गंगा नदी पर बन रहे इस पुल की लंबाई एक किलोमीटर से कुछ अधिक थी. पुल निर्माण शुरू होने के दौरान भी निर्माण सामग्री में गड़बड़ी के आरोप लग रहे थे. और आखिरकार शुक्रवार रात को अचानक एक हिस्सा ढह गया. आप इन visual से अंदाजा लगा सकते है कितनी घटिया क्वालिटी का material यूज हुआ है

पुल गिरने के बाद ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया. और काम बंद करवा दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि घटिया निर्माण सामग्री के कारण एक साल पहले ही पुल में दरार पड़ गई थी. दुर्घटना के बाद मामले को छिपाने का प्रयास किया गया. स्थानीय लोगों के हंगामें के बाद जिला प्रशासन एक्टिव हुआ. जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश ने सीडीओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. जिलाधिकारी का कहना है, जांच में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.

भ्रष्टाचार का गिरा पुल !

29 मार्च की रात गिरे निर्माणाधीन पुल के मामले में पीडब्लूडी ने भी जांच कमेटी का गठन किया है. मुख्य अभियंता सेतु पीडब्लूडी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति इस दुर्घटना की जांच करेगी. पीडब्लूडी के अनुसार पुल का निर्माण ईपीसी मोड पर कराया जा रहा है. क्षतिग्रस्त गर्डर का निर्माण अनुबंधित फर्म ही करेगी जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी.

जानकारी के मुताबिक, एक साल पहले भी पुल के एक बीम में दरार पड़ने का वीडियो वायरल हुआ था। जिसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने हंगामा किया था इसके बाद स्याना विधायक देवेंद्र लोधी भी मौके पर पहुंचे थे और मामले में जांच करा कर, कार्रवाई की बात कही थी। बीम की दरार की मरम्मत करा कर आगे निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था। मतलब की पहले भी कमिया देखी गई उसके बावजूद भी ऐसी घटना घटना बड़ा ही दुर्भाग्य पूर्ण है

इस हादसे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया है. अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि ‘जनता पूछ रही है भाजपा ने ठेके के बदले में जो ‘चुनावी चंदा’ लिया है, उसमें उस ठेकेदार ने कितना दिया जिसके द्वारा बुंलदशहर में गंगा जी पर बनाया जा रहा पुल बनने के दौरान ही टूट कर गिर गया?’

काम की गुणवत्ता से खिलवाड़ करके बीजेपी लोगों के जीवन से खेल रही है. विकास की रफ्तार को धार देने के लिए सड़के और पुल का निर्माण जरूरी है लेकिन करोड़ों रुपए की लागत लगने के बाद भी पुल गिर जाए तो क्या ये पुल सालों बाद तक कहने का वादा कर सकते है नहीं मोदी जी के वादों की तरह ये भी ढह गए सवाल ये नहीं की कैसे गिरा बल्कि ये है की ऐसी घटनाएँ होती रहती है इनपर लगाम क्यों नहीं लगती इन घटनाओ से सबक क्यों नहीं लिया जाता आपकी इस पर क्या राय है हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ

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