
दोस्तों राजधानी में रहने वाले पीने के शौकीनों के लिए यह काम की खबर है। आबकारी नीति और उसमें कथित तौर पर शामिल होने के मामले की हो रही जांच का हवाला देते हुए दिल्ली सरकार ने तीन बड़ी शराब वितरण कंपनियों को लाइसेंस देने (Delhi News) से मना कर दिया है। ये कंपनियां हैं- पर्नो रिका, इंडोस्प्रिट, ब्रिंडको। (Perno Rica, Indospirit, Brindco) इसका असर यह होगा कि अब कम से कम सितंबर तक कई प्रमुख ब्रांड की शराब आपको दुकानों पर नहीं मिलेगी। इन तीन डिस्ट्रिब्यूटरों का नाम शराब घोटाले में भी उछला है।
Table of Contents
कई बड़े ब्रांड की शराब होटल और बार में भी उपलब्ध नहीं होगी
अब दिल्ली सरकार ने लाइसेंस देने से इनकार करने के फैसले पर लिखित आदेश भी जारी कर दिया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि कई बड़े ब्रांड की शराब होटल और बार में भी उपलब्ध नहीं होगी। आगे देखिए उन शराब ब्रांड्स की लिस्ट जो अगले कुछ महीनों तक दुकानों पर नहीं मिलेंगी।
दिल्लीवालो को नहीं मिलेगी ये शराब
- जॉनी वाकर
- ब्लेंडर्स प्राइड
- 100 पाइपर्स
- रॉयल स्टैग
- ग्लेनलिवेट
- चिवास रीगल
- जेम्सन
- जैक डेनियल्स
- जैकब्स क्रीक
- टलिस्कर
- एबसल्यूट वोदका
- बैलेंटाइंस
- स्मिनऑफ
आबकारी विभाग को इस पर फैसला लेने का निर्देश
आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने पिछले हफ्ते ही पर्नो रिका के बिक्री लाइसेंस को रिन्यू करने के आवेदन को निरस्त करने का फैसला कर लिया था। फ्रांस की कंपनी ने सरकार को आवेदन सितंबर 2022 में ही कर दिया था लेकिन उस समय उसे स्वीकार नहीं किया गया। कंपनी अदालत चली गई, जिसने आबकारी विभाग को इस पर फैसला लेने का निर्देश दिया था।
इंडोस्पिरिट्स और ब्रिंडको के लाइसेंस होगा निरस्त
दुनिया की दूसरी बड़ी शराब विनिर्माता कंपनी पर्नाेड रिकार्ड के लिए भारत एक अहम बाजार है। इसके उत्पादों में 100 पाइपर्स, शिवास रीगल, ब्लेंडर्स प्राइड और रॉयल स्टैग जैसे ब्रांड भी शामिल हैं। इसके साथ ही आबकारी विभाग ने इंडोस्पिरिट्स और ब्रिंडको के लाइसेंस को भी निरस्त करने का फैसला किया है।