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I.N.D.I.A Alliance: ममता और नीतीश के कारण मुश्किल में काँग्रेस

I.N.D.I.A Alliance: दोस्तों लोकसभा चुनाव 2024 काफी रोचक होने वाला है. बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन से मुकाबला करने के लिए इंडिया गठबंधन बनाया गया है. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार गुट), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) जैसी पार्टियों ने ,,मिलकर इस गठबंधन को बनाया है. हालांकि, इस गठबंधन की सबसे बड़ी परेशानी सीट बंटवारा बन गया है. इसे लेकर कई सारे दलों में टकराव की स्थिति भी पैदा हुई है. INDIA अलायंस में अब तक किसी भी राज्य में सीटों के बंटवारे पर फैसला नहीं हो सका है। यही नहीं अब तो इस गठबंधन की सूत्रधार रही जेडीयू तक का सब्र जवाब देने लगा है और उसने कांग्रेस को देरी के लिए खूब सुनाया है

प्रादेशिक क्षत्रप भी घोषित कर रहे उम्मीदवार

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों की ओर से कहा जा रहा है सब कुछ ठीक है और तीन दिन पहले सीट बंटवारे को लेकर जो चर्चा शुरू हुई है वह सही दिशा में जा रही है। लेकिन दूसरी ओर अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। अलग अलग राज्यों के प्रादेशिक क्षत्रप ,,सीट बंटवारे पर बातचीत से पहले एकतरफा तरीके से उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यू से लेकर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और उद्धव ठाकरे की शिव सेना सब उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन का संयोजक या विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का दावेदार नहीं बनाए जाने से इतने नाराज हैं कि,, वे अपनी ही लाइन पर चल रहे हैं। वे इस बात पर अड़े हैं कि बिहार में 17 से एक भी सीट कम नहीं लेंगे। इसके साथ ही उनकी यह भी जिद है कि जो सीटें पिछली बार जीते थे उन्हें छोड़ेंगे नहीं जबकि उनकी सहयोगी राजद को उनमें से कम से कम छह सीटें चाहिए तभी गठबंधन हो पाएगा।

इस बीच नीतीश की पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश की दो में से एक सीट अरुणाचल पश्चिम से रूही तागुंग को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इसी तरह पार्टी ने बिहार की सीतामढ़ सीट से विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को उम्मीदवार बनाने की घोषणा भी जदयू ने कर दी है। इस सीट पर पिछली बार जदयू के सुनील कुमार पिंटू जीते थे जो अब भाजपा के साथ चले गए हैं। इस सीट पर राजद का दावा है।

उधर महाराष्ट्र में शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट ने अकोला लोकसभा सीट अपनी सहयोगी वंचित बहुजन अघाड़ी को देने की घोषणा कर दी है। शिव सेना के नेता संजय राउत ने कहा है कि अकोला सीट से प्रकाश अंबेडकर चुनाव लड़ सकते हैं। इसी तरह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात के दौरे पर गए तो उन्होंने भरूच से उम्मीदवार घोषित कर दिया। केजरीवाल ने अपनी रैली में ऐलान किया कि उनकी पार्टी के विधायक और जेल में बंद आदिवासी नेता चैतार वसावा भरूच लोकसभा सीट से उम्मीदवार होंगे।,,ये हाल तो जब है अभी तक सीट बंटवारे को लेकर प्राथमिक बात भी नहीं हुई है।

ममता और नीतीश के कारण मुश्किल में काँग्रेस

आम आदमी पार्टी के तीन नेताओं संदीप पाठक, आतिशी और सौरभ भारद्वाज के साथ सोमवार को कांग्रेस नेताओं ने बात की। आप ने दिल्ली में तीन और पंजाब में छह सीट का प्रस्ताव दिया है जबकि कांग्रेस को दिल्ली में चार और पंजाब में आठ सीटें चाहिए। ऐसा लग रहा है कि दोनों के बीच बात बन जाएगी। इससे एक दिन पहले कांग्रेस की नेशनल अलायंस कमेटी के पांच सदस्यों- अशोक गहलोत, मुकुल वासनिक, भूपेश बघेल, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश को बिहार के बारे में बातचीत करनी थी लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यू ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया।

तभी कांग्रेस नेताओं की बातचीत सिर्फ राजद के साथ हुई। राजद की ओर से राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कांग्रेस नेताओं से बात की। लेकिन सवाल उठता है नीतीश की पार्टी के बगैर कैसे बात आगे बढ़ेगी? नीतीश कुमार इस बात पर अड़े हैं कि वे पिछली बार भाजपा के साथ 17 सीटों पर लड़े थे तो इस बार भी 17 सीटें चाहिए और उन्होंने जो 16 सीटें जीती थीं उनमें से किसी सीट पर अदला-बदली नहीं करेंगे।

और उनकी जिद की वजह से राजद के मुस्लिम-यादव समीकरण वाली कम से कम पांच सीटें फंस रही हैं। ऐसा लग रहा है कि नीतीश किसी खास मकसद से सीट बंटवारे की बात को अटका रहे हैं। इसी तरह ममता बनर्जी ने मामला अटका दिया है। वे बार बार कांग्रेस को दो सीट देने की बात कर रहे हैं, जिससे अधीर रंजन चौधरी भड़क रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ममता की दया की जरुरत नहीं है। सो, ममता और नीतीश के कारण बंगाल और बिहार का मामला अटक रहा है। अब काँग्रेस इस मुसीबत से कैसे निपटेगी ये देखने की बात है अब आपको क्या लगता है इंडिया गठबंधन बना रहेगा या इसमे दरार आएगी अपनी राय कमेन्ट कर जरूर बताएँ

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