दोस्तों कांग्रेस पार्टी न बहुत पुरानी पार्टी है। ये पार्टी आजादी के समय से पहले की है। आज ये पार्टी सरकार में न होकर विपक्ष में है। लेकिन दोस्तों मेरा सवाल ये है की आज जो सारे कांग्रेसी यु सड़कों पर उतर आए है। सिर्फ एक आदेश पर ये लोग उस समय कहा गायब थे जब देश महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी, भ्रष्टाचार, नफरती राजनीति, धार्मिक भेदभाव, बिगड़ती कानून व्यवस्था, संगठित लूट, सरकारी एजेंसियों के गलत इस्तेमाल और हाल फ़िलहाल जो कई राज्यों में हिंसा हुई ,तब ये लोग कहा विलुप्त हो गए थे।
दोस्तों सरकार सही से चलाने के लिए विपक्ष का मजबूत होना बहुत जरुरी है। देश में मंहगाई से लेकर बेरोजगारी तक अपनी चरम सिमा पर है। देश न जाने किस दिशा में जा रहा है जहां हर रोज हमे TV चैनलों पर मंदिर मस्जिद और हिंसा के आलावा कुछ और नहीं दिखाई देता। वही हमारा विपक्ष आज कल इतना डिजिटल हो गया है की इनकी लड़ाई और इनके आंदोलन सिर्फ ट्वीटर और फेसबुक तक ही सिमित हो गए है।
दोस्तों नेशनल हेराल्ड केस मामले में राहुल गांधी ईडी के समक्ष पेश हुए। पेशी को लेकर आज कांग्रेस देशभर के ईडी मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने उतरी है। कांग्रेस के तमाम नेता सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। दोस्तों ये विरोध प्रदर्शन इतना बड़ा था की दूसरे राज्यों से CM तक को दिल्ली आने का न्योता दिया गया। जी हाँ दोस्तों राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी दिल्ली पहुंचे। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के तमाम नेता मौजूद थे।
लेकिन आप यहां देखिये की सिर्फ एक बुलावे पर CM से लेकर तमाम बड़े नेता और पदाधिकारी जो सब राजाओं की तरह रहने वाले नेता है। आज वो सडकों पर आ बैठे है। क्यों क्यूंकि इनको अचानक याद आया की ईडी और सीबीआई एजेंसियां भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रही है।
दोस्तों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को ईडी द्वारा नोटिस दिए जाने के विरोध में शहर भर में कांग्रेस प्रदर्शन किया। यहां तक की कांग्रेसियों ने सड़क पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो रखी और उस पर तोते का पिंजरा रखकर प्रदर्शन किया। और ये बताने की कोशिश की ईडी और सीबीआई एजेंसियां BJP सरकार के हाथों की कठपुतलियां है।
दोस्तों हमारा बस यही कहना है की जो आज ये लोग राहुल गाँधी के लिए कर रहे है। अगर यही आंदोलन और विरोध प्रदर्शन जनता के हक और देश में बढ़ रही मंहगाई और बेरोजगारी पर किया होता तो शायद बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी पर कुछ तो लगाम होता। जैसा की हमने पहले भी कहा था विपक्ष का मजबूत होना बहुत जरुरी है। लेकिन आज हमारा विपक्ष ऐसा हो गया है की ये सिर्फ अपने मतलब के लिए ही कोई बड़ा आंदोलन या विरोश प्रदर्शन के लिए ही सड़कों पर निकल रहे है।