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इतना आलिशान है नया संसद भवन !जानिए किस कंपनी ने बनाया और कौन है आर्किटेक्ट

भारत का नया संसद भवन राजनीति, मीडिया और सोशल मीडिया तीनों जगह इस समय सबसे ज्यादा चर्चा,, इसी पर हो रही है। कारण है कि 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद का उद्घाटन करने वाले हैं। इसे लेकर तैयारियां जोरों पर है। वहीं, विपक्ष की कई नाराजगियां हैं, जिन्हें लेकर वह इस उद्घाटन समारोह का बॉयकॉट कर रहा है। इन सब के बीच क्या आप जानते हैं कि नया संसद भवन किसने बनवाया? कंपनी का नाम क्या है? डिजाइन बनाने वाला आर्किटेक्चर कौन है? दोस्तों आज हम आपको इन सभी सवालों का जवाब देने वाले हैं।

किस कंपनी ने बनाया है नया संसद

दोस्तों क्या आप जानते है,,नए संसद भवन का निर्माण एक देशी कंपनी ने किया है। यह देश के जाने-माने टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड है। संसद भवन के निर्माण के लिए टेंडर निकाला गया था। यह टेंडर टाटा प्रोजेक्ट ने ही जीता था। यह सेंट्रल विस्टा रिडेवलपमेंट स्कीम्स का एक हिस्सा है। इस टेंडर के लिए टाटा प्रोजेक्ट ने लार्सन एंड टुब्रो को पछाड़ा था। टाटा प्रोजेक्ट ने 861.9 करोड़ रुपये में इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की पेशकश की थी। इस समय टाटा प्रोजेक्ट के चेयरमैन डॉ प्रवीर सिन्हा और एमडी विनायक पाई हैं।

किसने तैयार किया डिजाइन ?

दोस्तों नए संसद की डिजाइन गुजरात बेस्ड एक आर्किटेक्चर फर्म एचसीपी डिजाइंस ने तैयार की है। इस बिल्डिंग के मुख्य आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं। बिमल पटेल कई बड़ी इमारतों को डिजाइन कर चुके हैं। उन्हें साल 2019 में आर्किटेक्टर क्षेत्र में असाधारण काम के लिए पद्मश्री भी मिल चुका है। उन्होंने विश्वनाथ धाम काशी विश्वनाथ मंदिर, गुजरात हाईकोर्ट बिल्डिंग, आईआईएम अहमदाबाद कैंपस, टाटा सीजीपीएल टाउनशिप, साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट और पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी सहित कई बड़ी बिल्डिंग्स डिजाइन की हैं।

कितने रुपये में बना नया संसद भवन

दोस्तों नए संसद भवन का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट ने 862 करोड़ रुपये में किया है। लेकिन बाद में इसके निर्माण की कीमत 1,200 करोड़ रुपये तक पहुंच गई,, नए संसद भवन में 888 सदस्य लोकसभा में बैठ सकते हैं। वहीं, राज्यसभा में 384 सदस्य बैठ सकते हैं। नया संसद भवन रिकॉर्ड टाइम में बनकर तैयार हुआ है। पीएम मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को इसकी आधारशिला रखी थी। नया संसद भवन तिकोने आकार की चार मंजिला बिल्डिंग है। पूरा कैंपस 64,500 वर्ग मीटर का है।  मौजूदा संसद भवन की बात करें, तो यह साल 1927 में बनकर तैयार हुआ था। इसे अब करीब 100 साल होने जा रहे हैं।

नया संसद भवन में 3 द्वार

नए संसद भवन का निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। इस बिल्डिंग को पिछले साल नवंबर में पूरा हो जाना था। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बनी ये बिल्डिंग प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसलिए इसे 28 महीने में बनाया गया। नया संसद भवन 4 मंजिला है। इसमें 3 दरवाजे हैं, इन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार नाम दिया गया है। सांसदों और VIPs के लिए अलग एंट्री है। इस पर भूकंप का असर नहीं होगा। इसका डिजाइन HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है। इसके आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं।

बड़ा ही अनोखा है अंदर का नजारा ​

दोस्तों लोकसभा में इतनी जगह होगी कि दोनों सदनों के जॉइंट सेशन के वक्त लोकसभा में ही 1272 से ज्यादा सांसद साथ बैठ सकेंगे। संसद के हर अहम कामकाज के लिए अलग-अलग ऑफिस हैं। ऑफिसर्स और कर्मचारियों के लिए भी हाईटेक ऑफिस की सुविधा है। कैफे और डाइनिंग एरिया भी हाईटेक है। कमेटी मीटिंग के अलग-अलग कमरों में हाईटेक इक्विपमेंट लगाए गए हैं। कॉमन रूम्स, महिलाओं के लिए लाउंज और VIP लाउंज की भी व्यवस्था है।

दोस्तों हमारी नई संसद बनकर तैयार है। लेकिन फीता काटने पर रार है। 28 मई की तारीख मुकर्रर की गई है,,दोस्तों इसी दिन वीर सावरकर का जन्मदिन है जिसे मौजूदा राजनीति ने सबसे विवादास्पद ऐतिहासिक शख्सियत का दर्जा दे दिया है। इसलिए नई संसद की उदघाटन की तारीख भी विवादों में है। दोस्तों कांग्रेस समेत 21 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन को लेकर बायकॉट का ऐलान किया है।

नए संसद भवन का उद्घाटन कौन करेगा ?

नए संसद भवन का उद्घाटन लाइव: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। नए संसद भवन से 888 सदस्य लोकसभा में बैठ सकेंगे।

नए संसद भवन में सेंगोल क्या है ?

‘सेनगोल’, तमिलनाडु का एक ऐतिहासिक राजदंड, जिसे भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने अंग्रेजों से सत्ता हस्तांतरण का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्राप्त किया था और इलाहाबाद में एक संग्रहालय में रखा गया था, प्रधान मंत्री द्वारा नए संसद भवन में स्थापित किया जाएगा 28 मई को नरेंद्र मोदी

नया संसद भवन त्रिभुजाकार क्यों है ?

परियोजना की वेबसाइट ने कहा कि त्रिकोणीय आकार इष्टतम स्थान उपयोग सुनिश्चित करने के लिए है।

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