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Manipur Violence: मणिपुर पर संसद से सड़क तक कोहराम, 4 आरोपी गिरफ्तार, जानें अब तक क्या-क्या हुआ?

Manipur Violence: कल देश में 3 घटनाए हुई ,,,, तीनों की तीनों घटना ,,महिला सुरक्षा से संबंधित,,,,,,मणिपुर का विडिओ आया ,,, उस पर मणिपुर के CM ने घटिया बयान भी दिया ,,,, महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी ,,,,ब्रजभूषण सिंह को नियमित जमानत मिल गई,,,,,, और रामरहीम को ढाई साल में ,,,,,,,, सातवीं बार पैरोल मिल गया,,,,,, याद कीजिए मोदी जी के उन भाषणों को ,,,,, जिसमे वो लाल कीले से ,,,,, महिला सम्मान और सुरक्षा की बात कर रहे थे,,,,,, बेटी बचाओ का नारा देते थे ,,,,,,, आज ये ही पीएम मोदी ,,मणिपुर पर चुप्पी साधे हुए थे,,

प्रधानमंत्री का मणिपुर पर बयान

दोस्तों महिला सम्मान के नाम पर बनी,, इस सरकार में ,,देश के प्रधानमंत्री पिछले दो महीने ,,कहा कहा नहीं घूम के आ गये ,,अमेरिका चले गए, , फ्रांस चले गए, यूएई चले गए।,,मध्यप्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर चुनावी डंका बजा दिया। ,,उसके बाद एनडीए के घटक दलों के साथ ,,आराम से बैठकर भाषण बाजी भी हो गयी।,, सारे काम हो गए,,, सब कुछ हो गया ।

इस बीच एक दो वंदे भारत को हरी झंडी भी जरूर ,,दिखाई गई होगी, लेकिन एक काम नहीं हो पाया।,, प्रधानमंत्री मणिपुर का म तक नहीं बोल पाए ,, प्रधानमंत्री मणिपुर पर एक बयान नहीं दे पाए। ,,अरे प्रधानमंत्री तो मणिपुर पर शांति की अपील भी नहीं कर पाए।, हालत ये है दोस्तों के गृह मंत्री अमित शाह को मणिपुर गए हुए,, एक महीना होने को है।,,लेकिन इस देश के हुक्मरानों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है ,,दोस्तों जब मणिपुर की सड़कों पर डबल इंजिन सरकार में ,,महिलाओं का चीरहरण हो गया और संसद सत्र में सरकार के गिरने की नौबत आई तो ,,आखिरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ,,मणिपुर पर चुप्पी तोड़ी ,,ओर यहाँ भी ,,इस समय भी ,,पीएम मोदी,,राजनीति कर रहे है

पीएम मोदी मणिपुर के दर्द को नहीं समझे

सुना अपने ये ,,,वाकई अच्छी बात कही पीएम मोदी ने,,, लेकिन आज की हालत में मणिपुर की तुलना,, देश के किसी भी राज्य से करना अपने आप में,, एक राजनीति है। पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान की घटना का उदाहरण दिया।,, यह अपने आप में शर्मनाक है।,,दोस्तों पीएम मोदी ,,अगर मणिपुर के दर्द को समझते तो,, दूसरे राज्य की घटनाओं से इसकी तुलना नहीं करते।,,

मणिपुर में जो हुआ महिलाओं के साथ वो ,,एक समुदाय ने दूसरे समुदाय से बदला लेने के लिए किया है।,, वहाँ पर दो समुदायों ने एक तरह से अपनी सेना बना ली है। ,,सुरक्षा बलों से मणिपुर पुलिस से हथियार छीने जा रहे हैं, ,,दूसरे सामान छीने जा रहे हैं,,, सेना पर गोलियां चलाई जा रही है।,, क्या दूसरे राज्यों में ऐसे हालात है? ,,क्या दूसरे राज्यों में रेप की घटना की तुलना,, आप मणिपुर में ऐसे कर सकते हैं? अगर आप तुलना करते है और इसे मामूली कानून व्यवस्था का फेल्यर मानते हैं,, तो ये साफ हो जाता है कि पीएम मोदी ,, मणिपुर के दर्द को नहीं समझे है। ,,अगर मणिपुर के दर्द को समझे होते तो,, विदेशों में डंका बजाने से ,,पहले मणिपुर गए होते। ,,

29 दिन बाद वीडियो वायरल हुआ

दोस्तों 4 मई को तीन बेटियों के साथ हैवानियत होती है,, 14 दिन बाद जाकर,, किसी तरह शिकायत होती है.,, 47 दिन बाद पुलिस FIR दर्ज करती है,, 77 दिन बाद क्रूरता की वारदात का वीडियो सामने आता है,, 78 दिन बाद एक आरोपी पकड़कर ,,सीएम N. Biren Singh,,फिर सन्नाटा खींच लेते हैं ,,,,और कहते हैं कि एक घटना को क्यों पकड़ते हो,,, ऐसी तो 100 घटनाएं हैं.,,,,इस वारदात के 14 दिन तक किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी.,,,, 18 मई को गांव के प्रमुख ने पुलिस को शिकायत दी. ,,इस शिकायत के 34 दिन बाद 21 जून को मुकदमा कायम किया गया. और 29 दिन बाद जब वीडियो वायरल हुआ तो,, सिर्फ एक युवक की गिरफ्तारी हुई.,,,

महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ने किया ट्वीट

दोस्तों हम जीस नए भारत की ,,जीस न्यू इंडिया की कल्पना करते हैं,,,उस न्यू इंडिया मैं,, औरतों के लिए क्या कोई जगह नहीं है?,, ये किस तरह का न्यू इंडिया हम बना रहे हैं ,,जहाँ पर पिछले दो महीने से,, हमारे देश का एक हिस्सा,, हमारे देश का एक राज्य जल रहा है ,,और हमारे देश के प्रधानमंत्री शांति की अपील तक नहीं कर सकते।,, ये मामला इतना बड़ा था ,,दोस्तों इतना बड़ा था। ,,कि देश की महिला बाल विकास मंत्री ,,जो देश की महिलाओं पर कभी नहीं बोलती,,,, उन्हें तक,, एक बयान देना पड़ा।

राज्य के मुख्यमंत्री इस मामले में जांच करेंगे

ट्विटर पर देश की महिला बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी का ,,सरकारी बयान आया की ,,राज्य के मुख्यमंत्री इस मामले में जांच करेंगे, ,,दोस्तों जो अपने इस्तीफ़े की सुरक्षा नहीं कर पा रहे थे।,, जिनका इस्तीफा उनके सरकारी आवास से बाहर लाकर ,,उनके समर्थकों ने चीरफाड़ कर दिया।,, वो इस मामले में जांच करेंगे,,देश की महिला बाल विकास मंत्री को,, इस मामले में बयान देना पड़ा। जब ये मामला वायरल हुआ ,,मतलब की अगर ये मामला वाइरल ना होता,, यह वीडियो बाहर ना आया होता ,,तो देश की महिला बाल विकास मंत्री को,, इस बारे में इल्मी नहीं होता,, की ऐसा कुछ मणिपुर में हो रहा है,,,,

मणिपुर के मुख्यमंत्री से कुछ सवाल पूछे

दोस्तों मणिपुर के सीएम ने खुद इस बात की,, जानकारी नेशनल टेलीविजन पर देश को दी ,,कि ऐसे मामले तो मणिपुर में कई हुए हैं ,, आज तक ने इस पूरे मामले में मणिपुर के मुख्यमंत्री से कुछ सवाल पूछे।,, ऐंकर ने पूछा की ,,आपको इस मामले में कब जानकारी मिली ,,तो मुख्यमंत्री ने बयान दिया कि ,,बहुत सारे आदमी मरे है। एफआईआर यहाँ 1000 में हो।,, यानी की हजारों में लोगों पर एफआईआर हुई है। ,, कहा कि ,,विडिओ कल लीक हुआ है तो पता चला है।

सीएम ने ही कबूल लिया

दोस्तों कितनी ,,हैरानी की बात है कि,, एक राज्य के मुख्यमंत्री को,, अपने राज्य में हुई,, इस शर्मनाक घटना के बारे में तब पता चल रहा है ,,जब वीडियो वायरल हो जाता है। ,,,,अब तो सीएम ने ही कबूल लिया है ,,,अब पीएम मोदी क्या बोलेंगे इसपर,,,क्या एक्शन लेंगे ,,,विडिओ वायरल होने के बाद जानकारी मिलती है ,,और उसके बाद वो बताते हैं कि,, ऐसे कई केसेस हुए ,,,तो दोस्तों बड़ा सवाल यह है कि,, ऐसे कई केस में ,,प्रदेश के सीएम जवाब दें ,,कि कितनों में ऐक्शन हो गए, कितनों को जेल में डाला गया है?,, ऐसी कितनी महिलाएं हैं जिन पर,, इस तरह का अत्याचार हुआ है ,,और उससे भी बड़ा सवाल ,,जब ये सब कुछ हो रहा था ,,तो प्रदेश की सरकार कर क्या रही थी? ,,

दोस्तों मणिपुर में ही ,,जब लोकतंत्र के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं बचा,, मानो दो महिलाओं के साथ ,,डबल इंजिन सरकार का,, पूरा सिस्टम नंगा हो गया ,,और पूरा देश शर्मिंदा हो गया ,,आप इस मामले में मणिपुर पुलिस का ये ट्वीट देखिए।,,,,,,,,,,,,ये ट्वीट पूरी तरह से डबल इंजिन सरकार के काम को दिखाता है।,,

मणिपुर पुलिस ने किया ट्वीट

इस ट्वीट में कहा गया है कि ,,अपराधियों को पकड़ने की पूरी कोशिश की जा रही है। ,,अन नोन लोगों के खिलाफ़ केस दर्ज किया गया है ..जिनकी कोई पहचान नहीं है ..तो दोस्तों मणिपुर पुलिस का कहना है कि ,अन नोन लोगों के खिलाफ़ केस दर्ज किया गया है और गिरफ्तार करने की पूरी कोशिश की जा रही है,,, लेकिन ढ़ाई महीने हो चूके हैं। अब तक क्या उन लोगों की पहचान नहीं हो पाई है,, जिनके चेहरे कैमरे के सामने है ,,या वायरल वीडियो का इंतजार किया जा रहा था?,, इसमें एक और पहलू मैं आपको दिखती हु

महिलाओं की परेड कराई

ये खबर आप देखिए।,, इस खबर में लिखा गया है कि,, जिन महिलाओं की परेड कराई गई, ,,जिनके साथ यौन उत्पीड़न किया गया,,, उनको पुलिस की गिरफ्त से भीड़ ने ,,छुड़ाकर ये सब अपराध किया है। ,,यानी पुलिस भीड़ के सामने सरेंडर कर गई,, और उसके बाद ये सारी घटना हुई ,,और उसके बाद एफआईआर दर्ज की गई, ,

इंडियन एक्सप्रेस की मुताबिक

दोस्तों इंडियन एक्सप्रेस ने ,,पीड़िता का जो इंटरव्यू छापा है ,,वो पीड़िता जो उस वायरल वीडियो में थी,,,वो दिखाता है कि मणिपुर की तुलना आप,, दूसरे राज्यों से नहीं कर सकती। ,,इस इंटरव्यू में पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठे हैं। ,,ये इंटरव्यू देखिए ,,, इंडियन एक्सप्रेस से जो इंटरव्यू छपा है ,,उसमें हेडलाइन दी गई है ,,कि जीस महिला के कपड़े उतारे गए,,, रेप किया गया, ,,उसने बात की है इंडियन एक्सप्रेस से ,,और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। ,,क्या इस इंटरव्यू में खुलासा किया गया है?, कहा गया है कि फ़ोन पर पीड़िता का इंटरव्यू लिया गया है। ,,इंडियन एक्सप्रेस से इंटरव्यू लिया है।

पुलिस की क्या मजबूरी थी?

इसमें पीड़िता कहती हैं कि,,जिंस भीड़ ने हमारे गांव पर अटैक किया। उ,,नके साथ पुलिस भी थी। ,,पुलिस ने हमारे घर के नजदीक से हमें उठाया ,,और थोड़ी दूर ले जाने के बाद ,,गांव से थोड़ी दूर ले जाने के बाद,, हमें सड़क पर भीड़ के साथ छोड़ दिया।,, पुलिस ने हमें उन्हें सौंप दिया।,, ये आरोप लगाए हैं पीड़िता ने ,,तो दोस्तों आखिरकार पुलिस की क्या मजबूरी थी? ,,जो पीड़िता आरोप लगा रही है कि ,,पुलिस ने ही हमें भीड़ को सौंप दिया और,, सीएम कहते हैं कि हमें मामले का संज्ञान तब हुआ,, जब वाइरल वीडियो सामने आया ,,और हमने एक आदमी को गिरफ्तार भी कर लिया है।,,,

SC ने वायरल वीडियो को खुद संज्ञान मे लिया

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जी हाँ, भारत के मुख्य न्यायाधीश ने ,,इस पूरे मामले में सरकार को जबरदस्त तरीके ,,से फटकार लगाई है। दोस्तों चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने,, साफ तौर पर इस वायरल वीडियो को खुद संज्ञान लिया है,,यानी की सुप्रीम कोर्ट के,, सबसे बड़े जज चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया,,डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि हम सरकार को कार्रवाई का वक्त दे रहे हैं। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती ,,तो हम कार्रवाई करेंगे। इस केस में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.,, NCW ने ट्विटर से वीडियो हटाने के लिए कहा,,NCW ,,ने एक ट्वीट में कहा कि यह वीडियो पीड़ितों की पहचान से समझौता करता है और एक दंडनीय अपराध है.

खुद पर उठ रहे सवालों से खुद को बचाने की कोशिश

अब सवाल ये उठता है,,,,,,,, कि जब भीड़ ने पुलिस वालों से बलपूर्वक उन लोगो को छीना,,,,,, तो उन पुलिस वालों ने उसके बाद क्या किया,,,,,,,, क्यों नहीं उन्होंने और पुलिस बल को साथ लेकर,,,,,,,, भीड़ से उन बेटियों को छुड़ाया?,,,,,,, क्या पुलिस प्रशासन भीड़ के आगे बेबस था ,,,,,,, या किसी विशेष समुदाय के लोगों के फेवर में,,,,,,, कुछ नहीं किया ,,,,,,,या राजनीती की रोटियां सेकने के लिए उन बेटियों की बलि दे दी गयी?,,,,,, अगर समय रहते उन पुलिस वालों ने कोई एक्शन ले लिया होता,,,,,,, तो आज शायद वो बेटियां सुरक्षित होती,,,,,,,,, और देश शर्मशार नहीं हो रहा होता।


दोस्तों पुलिस की भूमिका को लेकर जो सवाल उठे हैं,,, क्या सीएम बीरेंद्र सिंह,, और पीएम इसका जवाब दे पाएंगे,,,,,इस तरह के मामलों में कोई पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए।,,क्या इस पर पॉलिटिक्स करके , सरकार खुद पर उठ रहे सवालों से ,,खुद को बचाने की कोशिश कर रही है?,,,आपकी इस पर क्या राय है ,,कमेन्ट कर जरूर बताएँ

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