Modi on Adani : क्या Adani – Ambani समझ गए Modi चुनाव हार रहे ?
Modi on Adani : मोदी जी कल ही कह रहे थे कि मैं भ्रष्टाचार से बरामद कालेधन को जनता में बांटने के बारे में कानूनी राय ले रहा हूं और अब कह रहे है खुल्लमखुल्ला कालाधन टेंपो में घूम रहा है कम से कम एक बात पर तो तिक जाना चाहिए काला धन खत्म करने का जो वादा किया था वह नहीं पूरा कर पाये।मोदी की गारंटी अधूरी रह गई चोट वोट की लगी तो डर लगने लगा अब अदानी अंबानी मोदी जी को दुश्मन से लगने लगे है जी हां एक तरफ (Adani – Ambani) अदानी की 10 मे से सात कंपनियों के खिलाफ सेबी ने नोटिस जारी किया तो दूसरी तरफ मोदी जी अपने भाषण मे अदानी को खूब गाली दे रहे है क्या चुनाव के बीच ये दोनों बाते आपस मे कनेक्ट है ?
मोदी जी के भाषण से कई चीजे साफ हो गई है क्या अड़ानी-अंबानी भी समझ गये सरकार किसकी बनने वाली है?मोदी जी कभी इन दोनों का नाम नहीं लेते थे तो क्या मुँह बंद करने के लिए उनको भी बोरे भर कर नोट मिले? क्या राहुल गांधी ने अडानी-अंबानी के ख़िलाफ़ बोलना बंद कर दिया है? क्या इसके लिए कांग्रेस पार्टी को पैसे मिले हैं? ये आरोप कोई और नहीं बल्कि खुद पीएम मोदी जी ने लगाए हैं।
मोदी ने अदानी अंबानी के नाम से congress को घेरा
सुना आपने प्रधानमंत्री जी बौखलाए हुए हैं एक तरफ कहते हैं की नोटबंदी के कारण भ्रष्टाचार काला धन खत्म हो गया है दूसरी तरफ कहते हैं अदानी अंबानी ने टेंपो भर भर के पैसे दिए हैं.. यानी मोदी जी स्वीकार कर रहे है कि अडानी अम्बानी ने बहुत कालाधन जमा किया हुआ है। अगर ऐसा है तो फिर पिछले 10 सालो मे अडानी अंबानी के कालाधन पर कार्रवाई क्यो नही की ?? मोदी जी के शासनकाल मे अडानी का नेटवर्थ 150 अरब डॉलर से ज्यादा हुआ। वर्ष 2014 मे 7 अरब डॉलर था।चलो मान लिया मोदी जी राहुल गांधी ने अडानी और अम्बानी से टैंपो भरकर काला धन मँगवाया है और बतौर प्रधानमंत्री आपको सब पता है तो आप बताए जरा आप ने क्या कदम उठाए ?? ED सीबीआई क्या कर रही है ??आखिर Income Tax department क्या कर रहा है ? Adani Ambani का काला धन क्यों नहीं पकड़ते ? काले धन पर पहले करवाई होनी चाहिए थी बाद मे भाषण देते तो अच्छा होता
काँग्रेस ने मोदी पर किया पलटवार
पीएम मोदी के इस बयान को लेकर कांग्रेस ने उनपर हमला किया है। कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा है ‘नरेंद्र मोदी ने गौतम अडानी और मुकेश अंबानी पर गंभीर आरोप लगाए हैं- अडानी-अंबानी बोरे में भर-भरकर काला धन देते हैं। आखिरकार राहुल गांधी जी ने पीएम मोदी को भ्रष्टाचार का खुलासा करने पर मजबूर कर दिया।’
राहुल गांधी ने कहा ‘वह जो कुछ भी करते हैं वह अरबपतियों के लिए करते हैं। उनके अडानी और अंबानी जैसे 22-25 दोस्त हैं और जो भी काम कर रहे हैं वह उन्हीं के लिए है। जमीन उनके लिए है जंगल उनके लिए है मीडिया उनका है बुनियादी ढांचा उनका है फ्लाईओवर उनका है पेट्रोल उनका है। सब कुछ उनके लिए है। दलितों आदिवासियों पिछड़े समुदायों के लोगों को सार्वजनिक क्षेत्र में आरक्षण मिलता था अब वे हर चीज का निजीकरण कर रहे हैं। वे खुलेआम कह रहे हैं कि रेलवे का भी निजीकरण किया जाएगा यह आपका संपत्ति का क्षेत्र है- रेलवे सड़क फ्लाईओवर ये आपके हैं और अडानी का नहीं है। वह उन्हें सब कुछ दे देते हैं।’
प्रधानमंत्री के हमले के बाद प्रियंका गांधी ने रायबरेली में कहा ‘आज नरेंद्र मोदी ने कहा- राहुल गांधी जी अडानी का नाम नहीं ले रहे हैं। सच्चाई ये है- राहुल गांधी जी हर दिन अडानी की बात करते हैं वे रोज अडानी की सच्चाई आपके सामने रखते हैं उसका खुलासा करते हैं। राहुल गांधी जी आपको रोज बताते हैं कि नरेंद्र मोदी की बड़े-बड़े उद्योगपतियों के साथ सांठ-गांठ है। नरेंद्र मोदी ने अपने मित्रों के 16 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिए लेकिन किसानों का एक रुपए माफ नहीं किया। नरेंद्र मोदी इस बात का जवाब दें..।’
पवन खेड़ा ने एक बयान जारी कर कहा है ‘तीन चरणों के चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी इतने बौखला गए कि अडानी-अंबानी के खिलाफ बोलने लगे। पीएम मोदी ने कहा- राहुल गांधी जी अडानी-अंबानी का नाम नहीं लेते। सच्चाई ये है- 3 अप्रैल से अब तक राहुल गांधी जी 103 बार अडानी और 30 बार अंबानी का नाम ले चुके हैं।’
जयराम रमेश ने कहा “ज़मीनी स्थिति इतनी गड़बड़ाई हुई है कि ‘हम दो हमारे दो’ के ‘पप्पा’ अपनी ख़ुद की संतानों का बलिदान कर रहे हैं। जिस व्यक्ति ने अपनी पार्टी के लिए 8200 करोड़ रुपए का चंदा इकट्ठा किया – इतना भयंकर घोटाला किया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे असंवैधानिक घोषित किया – वो आज दूसरों पर आरोप लगा रहा है। याद रखें कि अपने ‘चार रास्ते’ द्वारा प्रधानमंत्री ने अपनी पार्टी के निजी स्वार्थ और सत्ता-लोभ के लिए 4 लाख करोड़ रुपए का ठेका और लाइसेंस दिया था। अगर आज भारत में ऐसी स्थिति है कि 21 अरबपतियों के पास इतना धन है जितना कि 70 करोड़ भारतीयों के पास है तो यह प्रधानमंत्री के नियत और नीति का ही परिणाम है। जाहिर सी बात है कि इस 21 में ‘हमारे दो’ की बहुत ही अहम भूमिका है।”
मोदी की टिप्पणियों के जवाब में कांग्रेस के प्रवीण चक्रवर्ती ने कहा ‘साफ़ तौर पर पीएम मोदी आहत हैं और राहुल गांधी द्वारा आम आदमी और राष्ट्र की कीमत पर अडानी-अंबानी के साथ उनकी सांठगांठ को लगातार उजागर करने की गर्मी महसूस कर रहे हैं।’
मोदी ने क्यों नहीं लिया एक्शन ?
पीएम मोदी ने ये आरोप तब लगाए हैं जब राहुल ने उन नीतियों को लेकर लगातार केंद्र और प्रधानमंत्री पर हमला किया है। उन्होंने एक दिन पहले भी अडानी को लेकर हमला किया था। मंगलवार को झारखंड में एक चुनावी रैली में राहुल ने आदिवासियों के लिए अधिक प्रतिनिधित्व की ज़रूरत बताई और कहा ‘भाजपा कहती है कि आप वनवासी हैं और वे सारी वन भूमि अडानी को दे देते हैं।’
अब मोदी जी कैसे कह रहे है की राहुल गांधी बोल नहीं रहे एक दिन पहले ही सवाल उठाया है पर गोदी मीडिया उसे दिखाती नहीं है नअंबानी की शादी को 24 घंटे दिखाएंगे जब तक कोने कोने मे खबर न पहुँच जाए लगातार चलाते रहेंगे लेकिन ये सवाल आम जनता तक ही नहीं गया होगा तो मोदी जी तक कैसे जाता शायद इसलीय भोंकहलाहट मे कुछ भी बयान दे रहे है खैर आपकी मोदी जी के बयान पर क्या राय है हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ