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Gujarat Booth Capturing : EVM मेरे बाप की, BJP Leader Jasvantsinh Bhabhor के बेटे पर लगा Booth Capturing का आरोप

Gujarat Booth Capturing : बीजेपी का 400 पार का नारा कैसे पार होगा इसकी  तस्वीर अब बिल्कुल साफ हो गई है बीजेपी को भी पता है की 400 पार नहीं जा रहे इसलीय मोदी जी भी अब अपने भाषण में 400 पार का नाम भी नहीं लेते मोदी जी गुजरात के हालात अच्छे से जान गए है बीजेपी को पता चल गया है की गुजरात की जनता का मूड क्या है इसलिए तो पहले सूरत कांड कराया अपने सांसद को निर्विरोध जिताया

अब इतने मे थोड़ी काम चलता इसलीय बीजेपी (EVM) ने बूथ को ही कैप्चर (Booth Capturing viral video) करा लिया और हद तो तब पार हो गई जब खुद लाइव आकर ये सब दिखाया और कहा ये evm मेरे बाप का है ??? मोदी सरकार मे इतना विकास हुआ की (BJP Leader Jasvantsinh Bhabhor) बूथ लूटना आसान  हो गया क्या लोकतंत्र की ऐसे ही हत्या होगी ? आखिर अब भी चुनाव आयोग क्यों चुप है?

चुनाव आयोग चुप क्यों ?

बूथ लूटने या फर्जी वोट डालने के लिए अभी तक यूपी और बिहार बदनाम थे। यूपी में तो अब सत्ता के संरक्षण में वोट को लूटा जा रहा है लेकिन गुजरात मे डंके की चोट पर बीजेपी नेता बेईमानी कर रहे है बूथ लूट रहे है चुनाव मे ही मोदी जी ने कहा था याद दिला रहे थे की ईवीएम का विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि पुराने दौर की तरह बूथ लूटना चाहते होंगेऔर अब बीजेपी की पार्टी का ही नेता बूथ लूटते पकड़ा गया सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल नहीं होता तो यह बच भी जाता। क्या पता कितने बूथों पर ऐसी घटना दोहराई गई होगी। चुनाव आयोग तो कुंभरण की नींद सोया हुआ हैचुनाव आयोग को तो न कुछ बुरा सुनाई देता है न बुरा दिखाई देता है और न ही बुरा बोलते है लोकतंत्र के सरंक्षक ने ही आखों पर पट्टी बांध राखी है

गुजरात में मंगलवार को तीसरे चरण का मतदान हुआ लेकिन गुजरात में भी मतदान के दौरान धांधली  हुई प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को खुद भी वोट डालने पहुंचे थे। लेकिन दूसरी तरफ दाहोद में एक भाजपा नेता के बेटे ने बूथ में घुसकर कब्जा कर लिया। ईवीएम को उसने हाथ में ले लिया। उसने वहां से इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया साइट पर बूथ पर कब्जा करने और फर्जी मतदान को लाइव भी किया। हालांकि गुजरात की 25 लोकसभा सीटों पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण मतदान का दावा किया

सुना आपने  हमें केवल 10 मिनट दीजिए। हम यहीं पर बैठे हैं। यहां पर वोटिंग सुबह से चल रही है ईवीएम पर फर्जी मतदान के लिए बटन दबाते हुए कहा- ईवीएम मेरे पिता की है। केवल एक ही चीज़ काम करती है – वह है बीजेपी। यहां सिर्फ विजय भाभोर की ही चलती है। देख लिया आपने कैसे खुलेआम लोकतंत्र के पर्व की लोकतंत्र की धज्जिया उड़ाई जा रही है इस ईवीएम के वीडियो के बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि ड्यूटी स्टॉफ उस वक्त या उसके बाद चुनाव आयोग से कोई शिकायत दर्ज क्यों नहीं कराई? यह भी सामने आया है कि पुलिस ने विजय भाभोर के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया। बीजेपी ने दाहोद लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद जसवंत सिंह भाभोर को रिपीट किया था तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व सांसद प्रभा किशेर तवियाड को मैदान में उतारा है। इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस की लोकसभा कैंडिडेट प्रभा तवियाड की तरफ से आयोग को शिकायत भेजी जा रही है।

दोस्तों कांग्रेस ने इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग में वीडियो के सबूत के साथ की। इसके बाद महिसागर जिले की पुलिस ने विजय भाभोर और एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। हालाँकि काफी आलोचना के बाद भाभोर ने वीडियो हटा दिया लेकिन यह क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के सीनियर नेता के बेटे विजय भाभोर ने परथमपुर गांव के बूथ में घुसकर पहले ईवीएम पर कब्जा किया। विजय ने फर्जी वोटिंग की। अपने हाथों में ईवीएम को लिया। उसने इस घटना को सोशल मीडिया पर लाइव-स्ट्रीम भी किया।  बूथ पर तैनात सरकारी कर्मचारियों से भी बदसलूकी की।

दाहोद के रिटर्निंग ऑफिसर निर्गुडे बबनराव ने कहा कि वोट डालने के लिए मतदान बूथ पर जाने के बाद एक व्यक्ति द्वारा इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइव प्रसारित करने की घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा “हमें शिकायत के साथ वीडियो मिला है और जांच चल रही है।”

गुजरात मे वोट प्रतिशत घटा

कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. प्रभाबेन तावियाड ने मामले की शिकायत जिला कलेक्टर से की है जो यहां के जिला निर्वाचन अधिकारी भी हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक दाहोद में 58.66 प्रतिशत मतदान हुआ है।

महिसागर के एसपी जयदीप सिंह जाडेजा ने कहा- “हमने दो लोगों को हिरासत में लिया है और फर्जी मतदान के लिए लोक प्रतिनिधि अधिनियम के तहत पीठासीन अधिकारी द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।”  एसपी ने कहा- विजय भाभोर शाम 5.49 बजे वोट डालने के लिए मतदान केंद्र के अंदर गया और 5:54 बजे वहां से चला गया। उन पांच मिनटों में वो इंस्टाग्राम पर लाइव हुआ और फर्जी वोटिंग का सहारा लेते हुए कथित तौर पर दो अन्य मतदाताओं की ओर से वोट भी डाला।

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने इस घटना के बाद  परथमपुर में बूथ संख्या 220 पर पुनर्मतदान की मांग की है।चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में मंगलवार को करीब 59.51 फीसदी मतदान हुआ। यह राज्य में पिछले दो लोकसभा चुनावों में सबसे कम मतदान है। पिछले एक दशक में गुजरात में घटते मतदान प्रतिशत ने सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस दोनों के बीच चिंता पैदा कर दी है। आंकड़ों के मुताबिक गुजरात के 25 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान केवल 59.51% रहा। यह 2019 के 64.51% मतदान और 2014 के 63.66% मतदान से उल्लेखनीय कमी दर्शाता है। 4.79 करोड़ पात्र मतदाताओं में से केवल 2.85 करोड़ व्यक्तियों ने मतदान किया जबकि 1.90 करोड़ ने मतदान नहीं किया।

मतदान में गिरावट की कई वजहें बताई जा रही हैं। जनता का मोहभंग होना स्थानीय शिकायतों का न सुना जाना सबसे बड़ा संकट खड़ा कर रही है। इसके अलावा महत्वपूर्ण जाति समूहों के बीच असंतोष एक केंद्रीय मुद्दा गुजरात में बना हुआ है। क्षत्रिय पटेल जैसे प्रभावशाली जाति समुदायों का मोहभंग भाजपा की चुनावी जीत को प्रभावित कर रहा है।

कुछ जगहों पर मतदाताओं ने चुनाव का बहिष्कार भी किया है। भरूच जिले के केसर गांव सूरत जिले के सनाधारा और बनासकांठा जिले के भाखरी में मतदाताओं ने मतदान प्रक्रिया का पूरी तरह से बहिष्कार किया। इसके अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) की रिपोर्ट के अनुसार जूनागढ़ जिले के भटगाम गांव के साथ-साथ महिसागर जिले के बोडोली और कुंजारा गांवों में मतदाताओं ने आंशिक रूप से मतदान प्रक्रिया का बहिष्कार किया।

मतदाताओं को कतार में इंतजार कराते हुए फर्जी वोट डालते देखा गया। यहां तक ​​कि फेसबुक पर लाइव होकर यह भी कहा कि प्रशासन मुझे छू नहीं सकता।साफतौर पर दिखाता है कि वह बड़े अधिकारियों के आदेश के अनुसार काम कर रहे थे और पुलिस इस घटना पर मूकदर्शक बनी हुई थी। भारतीय जनता पार्टी के किसी भी नेता ने कुछ नहीं कहा आखिर चुनाव आयोग अभी भी चुप क्यों है? चुनाव आयोग ने  दावा किया था कि मतदान का सीधा प्रसारण किया जाएगा लेकिन उनका इससे ये मतलब था हमे ये नहीं पता था खैर आपकी इसपर क्या राय है हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ

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