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Asaram Bapu : चमत्कारी बाबा से सलाखों तक, जानें आसाराम बापू की पूरी कहानी

आसुमल थाउमल हरपलानी (Asumal Thoumal Harpalani) उर्फ आसाराम बापू (Asaram Bapu),नाबालिग लड़की से रेप के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. रेप मामले में दोषी करार दिया गया बाबा आसाराम नरबलि, हत्या जैसे कई गंभीर मामलों का आरोपी है,,दोस्तों करीब दस साल से आसाराम बापू जेल में हैं,,लेकिन दोस्तों आज भी बाबा आसाराम के कई भक्त है जो बाबा की पैरोल (Asaram Bapu parole) की मांग कर रहे है,,बाबा के कई भक्तों का कहना है की बाबा निर्दोष है उनको फंसाया जा रहा है,,बाबा आसाराम के भक्त आज भी उनकी रिहाई की मांग सरकार से कर रहे है

Asaram Bapu की parole की मांग कर रहे भक्त

दोस्तों एक समय था,,जब बाबा आसाराम के दरबार में बड़ी-बड़ी हस्तियां हाजिरी लगाती थीं,,भक्तों की संख्या बढ़ने के साथ ही राजनेताओं ने भी आसाराम के जरिए एक बड़े वोटर समूह में पैठ बनाने का प्रयास किया करते थे। बाबा के भक्तों की सूची में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के लालकृष्ण आडवाणी और नितिन गडकरी जैसे दिग्गज नेता शामिल हो चुके थे। यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बाबा के दरबार में हाजरी लगा चुके है,,

BJP के कई नेता Asaram के दरबार में लगा चुके है हाजरी

जी हाँ ,,दोस्तों आसाराम के आश्रम (Asaram Bapu in jail ) पहुंचने वाले नेताओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी शामिल है,,पीएम नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो अक्सर आसाराम के कार्यक्रमों में हाजिरी लगाते थे,,यहां तक की लालकृष्ण आडवाणी को भी बलात्काररी बाबा के प्रवचनों में देखा जाता रहा था,, गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी आसाराम के कई कार्यक्रमों में भाग लेते थे,, मध्य प्रदेश में बाबाओं को राज्यमंत्री का दर्जा देने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी आसाराम के कार्यक्रम में आशीर्वाद लेने जा चुके हैं,, बीजेपी के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी भी आसाराम के प्रवचनों में जाते रहते थे,,लेकिन जैसे ही बाबा पर हत्या और रेप का मामला सामने आया लगभग हर राजनीतिक दल के नेताओं ने बाबा से दूरी बना ली,,आइए जानते हैं आसुमल के आसाराम बनने की कहानी. कैसे एक केस ने आसाराम बापू को अर्श से फर्श पर ला दिया

आसाराम बापू (Asaram Bapu) की पूरी कहानी

दोस्तों पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक शरणार्थी लड़का विभाजन के बाद गुजरात के अहमदाबाद पहुंचा. शुरुआत में उसने साइकिल की दुकान में मरम्मत से लेकर तांगा चलाने तक कई काम किए. लेकिन ये लड़का देखते ही देखते आसुमल से आसाराम बन गया,,आसाराम के एक दोस्त के मुताबिक, उसने किशोर उम्र में कच्छ के बड़े सिंधी संत लीला शाह बाबा का अनुयायी बनने की कोशिश की थी. लेकिन उसके जिद्दी और मनमौजी रंग-ढंग को देखते हुए संत ने उसे कभी स्वीकार नहीं किया. मगर यह सच्चाई कभी सार्वजनिक तौर पर सामने नहीं आई. जल्दी ही आसुमल ने अपना नया नाम आसाराम बापू रखकर संन्यासी का सफेद चोला धारण कर लिया. उसके आसपास लोग जुटने लगे. 70 के दशक में आसाराम ने अहमदाबाद शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर एक कस्बे में अपना पहला आश्रम शुरू किया. इस तरह धीरे-धीरे आसाराम बापू का साम्राज्य बढ़ने लगा,,

दोस्तों आसाराम के पतन की सबसे अहम कड़ी अगस्त 2013 में शुरू हुई. जब यूपी की रहने वाली एक नाबालिग लड़की ने अपने परिजनों के साथ दिल्ली पुलिस को बताया कि आसाराम ने जोधपुर के अपने आश्रम में उसका शारीरिक शोषण किया. 20 अगस्त, 2013 को लड़की का मेडिकल कराया जाता है. जिसके बाद आसाराम पर नाबालिग से रेप करने का मामला दर्ज हुआ. दिल्ली पुलिस ने जीरो एफआइआर दर्ज की और केस को जोधपुर ट्रांसफर कर दिया. 2 सितंबर, 2013 को आसाराम की मेडिकल जांच कराई जाती है, जिसमें साबित होता है कि वो सेक्स करने में सक्षम है.

10 साल ने जेल में कैद है आसाराम बापू

दोस्तों 25 अप्रैल, 2018 को आसाराम को नाबालिग से रेप का दोषी करार दिया जाता है,,और अदालत से आसाराम को आजीवन कारावास की सज़ा मिली,,रेपिस्ट बाबा आसाराम को जेल में कैद हुए 10 साल हो गए है,,कई भक्त आज भी मोदी सरकार से बाबा की रिहाई की मांग कर रहे है,,जैसा की हमने आपको बताया भी है की बाबा आसाराम और BJP के कई नेता बाबा के दरबार में हाजरी लगा चुके है,, ऐसे में क्या मोदी सरकार आने वाले लोकसभा चुनाव तक,, क्या बाबा आसाराम को पेरोल देती है ये एक बड़ा सवाल है,,आपका इस पुरे मामले को लेकर क्या कहना है आप हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर जरूर बताएं

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